रीवा। सुपर स्पेशलिटी में एक के बाद एक सफल आपरेशन किए जा रहे है, इसी कड़ी में सुपर स्पेशलिटी में पहली बार सफल इंडोवैस्कुलर हुआ, जिसमें डाक्टरों ने मरीज की बंद धमनी को खोला। बताया गया कि मरीज रामप्रसाद उम्र 50 वर्ष (परिवर्तित नाम) काडियोलॉजी ओपीडी में दाएं पैर में चलने में दर्द की समस्या लेकर आए, प्रारंभिक जांच में पाया गया कि दाएं पैर की खून की नस बंद थी, तत्पश्चात पेरीफेरल एंजियोग्राफी जांच की जाए। जिसमें पाया गया कि मरीज की एक विशेष नस दबी हुई है, जिसका नाम सुपर फिशिअल फीमोरल आर्टरी है, यह 100 प्रतिशत बंद थी। इस बीमारी को पेरीफेरल आर्टोरेअल डिसीज (पैड) कहते है, जिसके कारण मरीज को चलने में समस्या थी, ह्रदय रोग के विभागध्यक्ष डॉ.व्हीडी त्रिपाठी और डॉ.एलपी सिंह ने बंद धमनी को खोलने का निर्णय लिया। डीन डॉ.मनोज इंदुलकर को जानकारी दी गई जिनके प्रयास से बाहर का समान मंगाया गया, आयुष्मान योजना के तहत मरीज का आपरेशन किया गया। इस प्रकार का आपरेशन सुपर स्पेशलिटी व विंध्य क्षेत्र में पहली बार किया गया। बता दें कि इस प्रकार के कठिन ऑपरेशन लगातार सुपर स्पेशिलिटी में हो रहे हैं। जिसमे लगातार डॉक्टर उपलब्धियां प्रदेश व राष्ट्र स्तर पर प्राप्त कर रहे हैं। हाल ही में सुपर स्पेशिलिटी में 24 घण्टे सीटी स्कैन की सुविधा शुरू हुई है, जिसकी प्रशंसा प्रभारी मंत्री ने भी की है।
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