रीवा। नगर निगम की स्ट्रीट लाइटे चोरो के लिए वरदान बन गई, महंगी लाइटो को पार कर चोर मलामाल हो गए तो वहीं इसे लगाने वाली कंपनी पर अधिकारियों ने मेहरबानी कर डाली। हालांकि इन महंगी लाइटो के लगने के बाद से ही इनके चोरी होने का सिलसिला जारी हो गया, बता दे कि अब तक तो लाइटे सड़को से चोरी हो रही थी लेकिन अब निगम कार्यालय से ही चोरी होने लगी। इस बात को लेकर निगम कार्यालय में गुरुवार को चर्चाएं जोरो पर रही। हर अधिकारी-कर्मचारी के बीच स्ट्रीट लाइट चोरी होने के मामले की चर्चा होती रही। चर्चाओं के अनुसार निगम के टाऊन हॉल से इस लाइट को चोरी किया गया है, यह लाइट राजस्व निरीक्षक जोन 2 के चेंबर के ऊपर लगी हुई थी जिसके चोरी होने की चर्चा थी, इसके ठीक ऊपर ही स्टोर भी है। निगम में हो रही चर्चाओं के अनुसार स्ट्रीट लाइट की चोरी नए वर्ष के पहले ही दिन शनिवार को हुई है, हालांकि कहा जा रहा है कि इस मामले को जिम्मेदार अधिकारियों ने दबा दिया और इसकी जानकारी निगमायुक्त मृणाल मीना तक नहीं पहुंची और न ही इस संबंध में कोई शिकायत थाने में दर्ज कराई गई। वहीं चोर की खोज जरूर अधिकारी अपने स्तर पर कर रहे है, इसके लिए निगम के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए लेकिन उसमें भी चोर साफ नहीं दिख रहा है। अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि निगम कार्यालय से लाइट चोरी कैसे हो गई। यदि चर्चाओ में सत्यता है तो मामले को दबाने का प्रयास क्यों किया जा रहा है हकीकत जो भी हो निगमयुक्त मृणाल मीना को इसकी जांच करानी चाहिए। हालांकि आपस में चर्चा में यह भी कह रहे थे कि निगमायुक्त मृणाल मीना यदि 1 जनवरी के सीसीटीवी फुटेज देखे तो इस मामले की पोल खुल सकती है। बता दें कि स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट में मनमानी की शिकायत विपक्ष पार्षदो ने कई बार की कांग्रेस शासन कॉल में अधिकारियों की मनमानी सामने आई थी जिसमें निगम के जिम्मेदार अधिकारियों पर भी आरोप लगे हैं।
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