नई दिल्ली। भारत एक ऐसा देश है जहां नारियों को देवी का रूप माना जाता है, यहां नारियों की पूजा करने का रिवाज भी है लेकिन बदलते मानसिकता के बीच जहा नारियों पर लोंगो की निगाहें गलत हुई तो वही नारियों के ऐसे कृत्य सामने आए जिसने समूचे नारी जाति पर सवाल खड़ा कर दिया। ऐसे ही एक महिला जो भारत देश मे सेक्स रैकेट क्वीन के नाम से जानी जाती है, जिसकी करतूतो को लेके न्यायालय ने यह तक कह डाला कि ऐसी महिला को इन्हें एक सभ्य समाज मे रहने का कोई अधिकार नही है। हमारी शुरआत से सायद आप समझ गए होंगे कि हम किसकी बात कर रहे हैं लेकिन यदि नही भी समझे है तो हम बता दें हम एबट कर रहे है सोनू पंजाबन के नाम से जानी जाने वाली गीता अरोड़ा की। एक सामान्य परिवार में जन्मी हाई प्रोफाइल शौख रखने वाली यह लड़की देखते ही देखते इतना हाई लेवल पर पहुंच गई जिसकी कभी लोंगो ने उम्मीद भी नही की रही होगी। बिना पढ़ी लिखी इस लड़की की आप अंग्रेजी में बात करते देख खुद हैरान रह जाएंगे। बता दें कि इस लड़की द्वारा फैलाये गए सेक्स रैकेट के नेटवर्क के चलते ही इसे सेक्स रैकेट क्वीन कहा जाता है। देह व्यापार से तो यह अपने बड़े सौखो के लिए जुड़ी लेकिन धीरे धीरे इसने खुद का इतना बड़ा नेटवर्क तैयार कर दिया कि यह करोड़ो की मालकिन चंद दिनों में ही बन बैठी।
मीडिया न्यूज वेबसाइट ने बताया कि कि सोनू पंजाबन हरियाणा के रोहतक की रहने वाली है, लेकिन इसका जन्म दिल्ली में हुआ, इसके पिता ऑटो चालक थे और इसका परिवार बहुत ही सामान्य वर्ग का था। दिलवालो के दिल्ली शहर में हुई पैदाइश के चलते सोनू के शौख हाई प्रोफाइल वाले थे, सायद यही वजह थी कि पिता से पर्याप्त पैसे न मिलने की वजह से उसने स्कूल में ही पढ़ाई छोड़ खुद beuty parlor शुरू कर दीया। लेकिन parlor की इनकम से भी उसके शौख पूरे नही हुए तो उसने छोटे मोटे अपराधों में संलिप्त होना शुरू कर दिया। इसी बीच उसने रोहतक के गैंगस्टर विजय सिंह से शादी की तो उसका नाम और चर्चाओ में आ गया, लेकिन विजय और इसका साथ ज्यादा दिनों तक रहा नही और कुछ ही वर्ष बाद गैंगस्टर विजय को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। हालांकि विजय के साथ बिताए कुछ दिनों ने ही उसे जुर्म की दुनिया के कई नामी लोंगो से जोड़ दिया था जिसका उसे पूरा फायदा मिला और विजय की मौत के बाद वह वाहन चोर नाम से मशहूर दीपक से मिली और उससे शादी रचा ली लेकिन उसे भी 2003 में असम पुलिस ने ढेर कर दिया। दीपक के मौत के साल ही उसने कॉल गर्ल का बिजनेस शुरू किया था। हालांकि विजय की मौत के बाद उसने उसी के भाई हेमंत सोनू से शादी रचा ली लेकिन उसे भी 2006 में पुलिस एनकाउंटर में मार दिया गया। इसी हेमंत सोनू के नाम का सोनू अपने नाम के आगे लगा गीता अरोड़ा सोनू पंजाबन बन गई और हेमंत के ही गुर्गों के साथ मिलकर सेक्स रैकेट का एक बहुत बड़ा नेटवर्क तैयार किया।
इस बीच पुलिस ने उसे पकड़ा भी लेकिन वह जमानत से बाहर आ गई। वर्ष 2011 में भी उसे गिरफ्तार किया लेकिन पुलिस उसका खुलासा पूरी तरह नही कर पाई और वह बरी हो गई। लेकिन कहते हैं न कि बुराई का अंत एक दिन होता ही है , सोनू पंजाबन इस तरह से करोड़ो की मालकिन बन चुकी थी लेकिन इसी बीच एक मामले में उसे धर दबोचा गया मामला था किडनैप और जबरन देह व्यापार कराने का, एक लड़की ने शिकायत की और बताया कि सोनू पंजाबन के साथी ने उसके साथ रेप किया वह भी उसके साथ शादी का झांसा देकर महज 12 साल की उम्र में, इतना ही नही संदीप ने उसे 10 अलग अलग ग्रहको को बेंचा भी, जब वह सोनू पंजाबन के पास पहुंची तो उसने उसे देह व्यापार के लिए मजबूर की और प्रताड़ित किया लेकिन एक दिन वह इनके चंगुल से किसी तरह भाग निकली और पुलिस को आप बीती सुनाई। बस मामले की जानकारी होते ही पुलिस ने दोनों को धर दबोचा और न्यायालय ने भी इन्हें 24 साल की कारावास की सजा सुनाई, फैसले में यह तक कह गया कि एक नारी होते हुए, सोनू पंजाबन ने नैतिकता की सारे हदे पार कर दी हैं।