रीवा। खेती के साथ-साथ अब पशुपालको को भी गाय-भैस पालने के लिए भी सरकार लोन मुहय्या कराएगी। इसमें सबसे खास बात तो यह है कि इस लोन के लिए किसी प्रकार की कोई गारंटी आपको नहीं देनी होगी। 1.60 लाख रुपए का लोन आपको बिना किसी गारंटी दिया जाएगा। इसके पीछे सरकार का एक मात्र उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ दुग्ध उत्पादन करे भी बढ़ावा देना है। जिले में 63 हजार पशुपालको को इस योजना का लाभ दिया जाना है। जिसके लिए संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा विभाग डॉ.राजेश मिश्रा के निदेशानुसार शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में डॉ.अरूणेन्द्र शुक्ला व उनकी टीम घर-घर उक्त आशय की जानकारी दे रही है। शायद यही वजह भी है कि निर्धारित लक्ष्य के अनुसार जल्द काम पूरा होने के आसार है।
क्या है योजना…
मप्र शासन पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा पशुपालन किसान के्रडिट कार्ड योजना प्रारंभ की गई है। विभाग द्वारा फरवरी माह में विशेष अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत प्रत्येक गाय हेतु 15 हजार रुपए तथा भैस के लिए 18 हजार रुपए 3 माह की अवधि के पोषण आहार हेतु ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। बताया गया कि 1.60 लाख रुपए तक के लिए बैंक गारंटी की अवश्यकता नहीं है, इससे ऊपर और अधिकतम 3 लाख रुपए के लिए कोलेट्रल सेक्योरिटी की अवश्यकता होगी। योजना में 7 प्रतिशत ब्याज के साथ नियमित चुकाने पर छूटा का भी प्रवधान रहेगा।
दस्तावेजो की अवश्यकता
जानकारी के मुताबिक इसके लिए पशुपालको को ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी, नजदीकी पशु चिकित्सा संस्था में जाकर पशुपालकों को दो फोटोग्राफ, स्वयं का प्रमाण पत्र कि वह पशुपालक हैं। यदि वह पूर्व में किसी बैंक ऋण नियमित चुका रहे है तो वह पात्र होगा, प्रथम बार
ऋण ले रहा है तो वह भी पात्र माना जाएगा। भूमिहीन तथा भूमियुक्त पशुपालक भी पात्र होगा, ऐसे पशुपालक जिनके पस पूर्व से कृषि हेतु किसान के्रडिट कार्ड है वे भी पात्र होगे।
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क्या कहते हैं जिम्मेदार...
खेती की तरह पशुपालको का के्रडिट कार्ड बनाया जा रहा है। इस बार जिले के लिए 63 हजार का लक्ष्य पशुपालन किसान क्रेडिट कार्ड के लिए दिया गया है। राजेश मिश्रा, संयुक्त संचालक।
पशुपालको को जानकारी घर-घर जाकर दी जा रही है, ताकि वह शासन की इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ ले सके। क्रेडिट कार्ड के माध्यम से अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ा सकते है।
डॉ.अरूणेन्द्र शुक्ला, वरिष्ठ चिकित्सक।