ग्वालियर। कहते हैं प्यार यदि सच्चा हो तो प्रेमियों को आपस में एक होने से कोई रोक नहीं सकता, ऐसा ही एक मामला ग्वालियर जिले में सामने आया है, जिसमें 8 हजार किमी. दूर से एक लड़की अपने प्रेमी के पास इंडिया ग्वालियर पहुंच गई। इन दोनो की प्रेम कहानी किसी फिल्मी स्टोरी से भी कम नहीं है। दोनो ने एक दूसरे के साथ रहने का दावा भी किया है। दोनो की कहानी सुन प्रेमियों के लिए एक बड़ी सीख भी मानी जा रही है, यह वह प्रेम है जो किसी धर्म, जाति या फिर जरूरत का मोहताज नहीं है। तो आइए हम इस मामले की आपको विस्तृत जानकारी देते है।
मजहब नहीं आया आड़े
बता दे कि ग्वालियर का रहने वाला हिंदू लड़का अविनास दोहरे को अफ्रिका के मोरक्कों में रहने वाली मुस्लिम लड़की फादवा लैमाली से प्यार हुआ, तीन साल पहले ही दोनो की दोस्ती हुई और धीरे-धीरे वह कब प्यार में बदल गई, उन्हें पता ही नहीं चला। यह ऐसी प्रेम कहानी रही जिसमें दोनो ने अपने मजहव को भी आड़े नहीं आने दिया, अविनाश ने पहल की और वह दो बार आफ्रिका शादी का प्रस्ताव लेकर गया लेकिन फादवा के पिता अली लैमाली ने शादी के प्रस्ताव पर इंकार कर दिया लेकिन दोनो के बीच प्रेम इतना था कि वह एक दूसरे के साथ ही जीवन भर रहने व शादी करने की बात पर अड़ गए। जिसके बाद अविनाश ने फादवा से इंडिया आने का प्रस्ताव रखा, जिसके बाद फादवा 8 हजार किमी. की दूरी पार कर अपने प्यार के पास इंडिया ग्वालियर चली आई। हालांकि परिवार वाले भी दोनो के शादी की बात पर रजामंद हो गए।
धर्म न छोडऩे की कही बात
जानकारी के मुताबिक फादवा के परिवार जन इस बात पर राजी हुए कि अविनाश से साफ इंकार कर दिया कि न तो वह अपना धर्म छोड़ेगा और न ही फादवा अपना धर्म छोड़े, दोनो ही अपने-अपने धर्म को मानते हुए साथ में जीवन व्यतीज करेंगे। इस बात पर परिजनों को विश्वास हो गया और वह शादी के लिए राजी हो गए। जिसके बाद बीते बुधवार को एसडीएम कोर्ट में अविनाश और फादवा की शादी की, जानकारी के मुताबिक कोविड के बाद रिसेप्शन व रीति रिवाज के साथ शादी भी करने की बात कर रहे हैं।
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