रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य के नक्सल प्रभावित इलाको में बाइक, चारपहिया और एयर एम्बुलेंस के बाद अब वोट एम्बुलेंस की सुविधा शुरू की गई है। इन वोट एम्बुलेंस से सरकार नक़्शल मुठभेड़ में घायल जवानों सहित स्थानीय नागरिकों को उपचार सुविधा प्रदान करेगी। यह पहल सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ द्वारा की गई है। जानकारी के मुताबिक फिलहाल इसे नारायणपुर, कांकेर व कोंडागांव में इसे शुरू किया जा रहा है। वही बता दें कि ओडिशा जिले के मलकानगिरी जिले में इसे शुरू भी बीएसएफ ने किया है जो छत्तीसगढ़ सीमा से बिल्कुल सटा हुआ हैं। इस वोट एम्बुलेन्स से घायल और बीमार लोंगो को छत्तीसगढ़, तेलंगाना, ओडिशा व आंध्रप्रदेश की अस्पतालों में ले जाया जा सकेगा। जानकारी के मुताबिक यह वोट एम्बुलेन्स पूरी तरह आधुनिक है और इसमें हर सुविधाएं हैं इसके अलावा 4 डॉक्टर भी इसमें तैनात किए गए हैं। बताया गया कि छोटी ऑटोमैटिक वोट को ही एम्बुलेन्स बनाया गया है। जंगल के अंदर के रास्ते खराब होने से एम्बुलेंस नही पहुंच पाती व जंगल मे हैलीपेड न होने से लैंडिंग की दिक्कत आती है जिससे इस वोट एम्बुलेन्स से काफी मदद मिलेगी। एडीजी बीएसएफ आरएस भट्टी की माने तो जरूरत के अनुसार इसका अन्य स्थानों पर विस्तार किया जाएगा। फिलहाल छत्तीसगढ़ से सटे हुए ओडिशा इलाके में वोट एम्बुलेंस शुरू की गई है।