भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक अजीबो गरीब मामला प्रकाश में आया है जिसमे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियो ने सुलभ शौचालय को ही स्वास्थ्य केंद्र में तब्दील कर दिया है। अब आपके मन मे सवाल होगा कि आखिर ऐसा किया क्यो गया तो हम आपको बताते हैं कि इस क्लीनिक की सुरुआत 2020 में हुई थी। बताया गया कि भोपाल में बंद शौचालय में संजीवनी क्लीनिक खोल दिया गया। जब यह क्लीनिक खुला तो पहले तो लोंग यह पहले सूचले होने की बजह से कतराते थे लेकिन बाद में वह इलाज कराने पहुंचने लगे।अब रोजाना 40 50 मरीज इलाज के लिए यह आते हैं और यहां की व्यवस्थाओं से काफी खुश भी हैं।
यह सुबह 9 बजे खुलता है हर 4 बजे शाम को बंद किया जाता है।न बताया गया कि आवश्यकता को देखते हुए विभाग ने यहां संजीवनी क्लीनिक खोलने का निर्णय लिया था लेकिन कोई बिल्डिंग ही नही मिल रही थी फिर इस बंद पड़े शौचालय को ही मरम्मत कराकर इसमें क्लीनिक खोला गया। ज़हे ओपीडी सहित मातृ और शिशुओं को विशेष उपचार दिया जाता है इज़के अलावा भी अन्य बीमारियों के मरीज यहां पहुंचते हैं।