रीवा। स्थानीय विश्वविद्यालय स्टेडियम मे मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के निदेशानुसार रीवा डिवीजनल क्रिकेट एसोसिएशन की अंतरजिला क्रिकेट प्रतियोगिता (अंडर-22) के 4 दिवसीय फाइनल मैच के तीसरे दिन के खेल में रीवा की टीम ने सतना पर खेल के हर क्षेत्र में श्रेष्ठता हासिल करते हुये जीत के लिए 617 रनों का विशाल एवं असंभव सा लक्ष्य दिया है। उक्त जानकारी देते हुए रीवा डिवीजनल क्रिकेट एसोसिएशन के मानसेवी सह सचिव अरूण शुक्ला के द्वारा बताया गया कि मैच के तीसरे दिन के खेल में सतना की टीम ने अपनी पहली पारी को 3 विकेट पर 72 रनों से आगे बढ़ाना शुरू किया तथा सबको उम्मीद थी कि सतना के बल्लेबाज रीवा को जोरदार जवाब देंगे परंतु आज सतना के बल्लेबाज अपनी लय में नजर नहीं आये व जल्दी जल्दी आउट होते गये जिसके कारण सुबह लंच के पहले ही सतना की पहली पारी 79वें ओवर में 175 रन बनाकर आउट हो गयी।
जिसमें मयूर सिंह ने सर्वाधिक 53 रन बनाये उनके अतिरिक्त उदयीमान बल्लेबाज यथार्थ दीक्षित ने 44 रनों की जूझारू पारी खेली आर्यन श्रीवास्तव ने 28 रन बनाये पर ये सभी अच्छी बल्लेबाजी करने के बावजूद अपनी पारी को लंबे समय व लंबे स्कोर तक नहीं पहुॅचा सके। रीवा की ओर से सभी गेंदबाजों ने प्रभावशाली बालिंग की अधीर प्रताप सिंह ने 4 विकेट लिये जबकि बामहस्त स्पिनर सौम्य पांडेय ने 3 विकेट झटके। रिषभ जायसवाल को 2 विकेट मिले। इस प्रकार सतना की पहली पारी को 175 रनों पर आउट कर रीवा ने 360 रनों की विशाल लीड प्राप्त की तथा रीवा के कप्तान चाहते तो वे सतना को फालोआन दे सकते थे पर उन्होने ऐसा न कर स्वयं दूसरी पारी में बललेबाजी करने का निर्णय लिया। रीवा की दूसरी पारी की शुरूआत निराशाजनक रही व मात्र 9 रन के स्कोर पर सनी पटेल 4 रन, प्रवीण राठौर 5 रन एवं पहली पारी में शतक जमाने वाले कप्तान अमरजीत यादव शून्य रन पर आउट हो गये किंतु उसके बाद शिवांग कुमार एवं रोहित गुप्ता ने आक्रामक बल्लेबाजी की तथा चौथे विकेट के लिए 126 रनों की साझेदारी कर रीवा को मजबूती दी। शिवांग कुमार 59 रन बनाकर आउट हुए पर रोहित गुप्ता ने आज बेहद शानदार बल्लेबाजी उन्होने बेहद आक्रामक रूख अपनाते हुये 118 गेंदों का सामना कर 17 चौकों की मदद से शानदार 124 रन की शतकीय पारी खेली। रोहित का ये शतक मैच मे रीवा के बल्लेबाजों के द्वारा लगाया गया तीसरा शतक था। रोहित की बेहतरीन बल्लेबाजी के कारण रीवा ने अपनी दूसरी पारी 8 विकेट खोकर 256 रनों पर समाप्त घोषित कर दी। पंकज राठौर ने 33 रन एवं अधीर प्रताप सिंह ने 22 रनों की उपयोगी पारियॉ खेली। सतना की ओर से मध्यम तेज गेदबाज आसिफ खान ने 3 विकेट लिये जबकि अभिलाष दुबे एवं सांईराम अर्गल को भी 2-2 विकेट मिले। पहली पारी की 360 रनों की लीड को मिलाकर एक दिन के खेल मे कुल 617 रनों का असंभव लक्ष्य सतना को जीत के लिये दिया गया। 617 रनों के लक्ष्य के सामने सतना ने दूसरी पारी शुरू की व दिन का खेल खत्म होने के समय तक 6 रन के स्कोर उनके सबसे भरोसे के बल्लेबाज यथार्थ दीक्षित का विकेट गिर चुका है।
इस प्रकार फाइनल मैच के पहले तीनों दिनों के खेल मे रीवा की टीम ने हर क्षेत्र में अपने प्रतिद्वंदी पर बढ़त बनाई है व आज चौथे तथा अंतिम दिन के खेल में सतना की टीम स्पष्ट हार बचा लेती है तो वह एक बड़ी उपलब्धि होगी पर इसके लिए उसे पूरे दिन कम से कम 90 ओवरों तक बल्लेबाजी करनी होगी जो अंसंभव तो नही पर कठिन जरूर है अत: कहा जा सकता है कि रीवा ने तीसरे ही दिन फाइनल मुकाबले को जीत लिया है। फाइनल मैच में बीसीसीआई अंपायर प्रेमशंकर भार्गव के साथ मध्यप्रदेश स्टेट पैनल के अंपायर कमलेश शुक्ल अंपायर का दायित्व निभा रहे हैं जबकि मध्यप्रदेश स्टेट पैनल के स्कोरर पवन तिवारी स्कोरर हैं।
चूॅकि अंतरजिला प्रतियोगिता में किये गये प्रदर्शन के आधार पर ही रीवा संभाग की अंडर-22 टीम का चयन किया जाना है अत: खिलाडिय़ों के प्रदर्शन को परखने के लिये रीवा संभागीय चयन समिति के सदस्य अजय सिंह ‘डब्बूÓ मैच के दौरान उपस्थित रहे। इनके अतिरक्ति वरिष्ठ खिलाड़ी एवं संभागीय जूनियर चयनसमिति के चेयरमैन प्रभाकर सिंह सहित महेंद्र सिंह, देवेश शुक्ला, धीरेंद्र शुक्ला भी मैच के दौरान उपस्थित रहे। आज मैच के चौथे एवं अंतिम दिन का खेल खेला जावेगा तथा फाइनल मैच खत्म होने के पश्चात मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की सबसे महत्वपूर्ण मानी जाने वाली मैनेजिंग कमेटी के सदस्य व आरडीसीए के पूर्व खिलाड़ी एवं मानसेवी ट्रेजरार फैज सिद्यीकी के आतिथ्य में विजेता एवं उपविजेता टीमों की ट्राफियॉ प्रदान की जावेंगी।
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