रीवा। बारातियों की गंदी हरकत देख दुल्हन सहित घराती के पक्ष के लोग नाराज हो गए। जिसके बाद वैवाहिक आयोजन को रोक दिया गया। बाबल इतना बढ़ा की शादी बिना बारात को वापस जाना पड़ा। इसी बीच लेन-देन के विवाद के चलतेे घंटो बहस-बाजी चली व बारात सहित दूल्हें को भी बंधक बना लिया। दोनों पक्षों के बीच रविवार की रात जमकर हंगामा हुआ था। घराती एंव बाराती दोनो पक्षों ने मामले कि शिकायत मऊगंज थाने में दर्ज कराई है।
क्या है मामला…
जानकारी के मुताबिक मऊगंज थाना अंतर्गत वनपाडऱ क्षेत्र में द्वारचार के वैवाहिक कार्यक्रम में उपजे विवाद के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने दूल्हे सहित बारातियों को बंधक बना लिया। किसी तरह थाने पहुंचे दूल्हे के पिता ने जब अपनी फरियादी पुलिस से की तब जाकर ग्रामीणों ने दूल्हे और बारातियों को छोड़ा। मनिकवार के अमृतलाल यादव के बेटे प्रद्युम्न की शादी वनपाडऱ गांव में तय थी। जनमास से बरात द्वारचार के लिए चली इसी दौरान कार्यक्रम के दौरान कुछ बताशा फेंकते समय महिलाओं को निशाना बनाने लगे। जिसके बाद विवाद शुरू हुआ था लेकिन किसी तरह से लोगों ने मामले को शांत कराया। उसके बाद जयमाला के दौरान भी कुछ बाराती दुल्हन को छूने का प्रयास करने लगे। जिससे आक्रोशित दुल्हन के परिजनों ने बरातियों सहित दूल्हे को बंधक बना लिया। जिसके बाद शादी कैंसिल हुई और दूल्हे की पिता की शिकायत के बाद मऊगंज पुलिस मौके पर पहुंची। बताया गया कि घटना के बाद बरातियों द्वारा बुक करने लाए गए वाहन मौके से भाग गए थे, जिससे बराती पैदल ही रवाना हुए।
पुलिस कर रही जांच
मामले के संबंध में दोनों पक्षों ने पुलिस से एक दूसरे पर आरोप लगाए हैं। दूल्हे के पिता अमृतलाल ने बताया कि बिना किसी बात के दुलहन के घर वालों ने हमें बंधक बना लिए और 75 हजार रुपए छुड़ा लिया। वहीं दुलहन पक्ष के लोगों कहना था कि धोखे में रखकर शादी की जा रही थी।दूल्हे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। द्वारचार व जयमाला कार्यक्रम में दूल्हे की अजीब हरकत देख दुल्हन ने शादी से इंकार कर दिया। जिसके बाद हम तिलक में दिया दहेज मांग रहे थे। जिसे दूल्हे पक्ष के लोग नहीं दे रहे थे।
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