रीवा। प्रदेश भर में सनसनी फैलाने वाले बहुचर्चित रीवा सर्किट हाउस रेप कांड के तार सतना से जुड़े हुए हैं। इसको लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिस किशोरी के साथ महंत सीताराम दास ने दुष्कर्म किया है वह हिस्ट्री सीटर विनोद पांडेय की मुहबोली बहन है और उसने ही उसे सतना से रीवा बुलाकर महंत की बाहों में परोस दिया। अब सवाल यह उठ रहा है कि भाई मान कर जो बहन हिस्ट्रीसीटर के पास आई तो आखिर क्या वजह हो गई कि हिस्ट्रीसीटर ने उसे संत की हवस का शिकार बनवा डाला।
यह है घटना क्रम…
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 28 मार्च को विनोद पाण्डेय उर्फ दादा निवासी रीवा ने अपनी मुहबोली बहन किशोरी को फोन करके पूछा कि कॉलेज का कोई काम हो तो बताओ। जिस पर किशोरी ने कहा कि कॉलेज में फीस जमा करनी है लेकिन लिस्ट में नाम नहीं आ रहा है। इसके बाद विनोद ने कहा की रीवा आ जाओ, आज ही काम करवा दूंगा। इस पर किशोरी बस से रीवा पहुंच कर विनोद को फोन की, तो उसने सैनिक स्कूल के पास बुलाया। लेकिन किशोरी वहां न जाकर कॉलेज चली गई। लेकिन वहां रोल नंबर नहीं आने के कारण फीस जमा नहीं हो सकी। 3 बजे के करीब विनोद ने फिर फोन किया। कहा, सैनिक स्कूल के पास आ जाओ खाना पीना खाकर चलेंगे और काम करवा देंगे। सैनिक स्कूल के पास पहुंचने पर जब विनोद नहीं मिला तो फिर किशोरी ने विनोद को फोन किया। जिस पर विनोद ने अपने साथी को भेजकर किशोरी को कार से सर्किट हाउस बुलवा लिया। सर्किट हाउस में विनोद ने किशोरी को बताया कि यहां एक बड़े संत आने वाले हैं। उनसे मिलवाता हूं। आशीर्वाद ले लो फिर चलते हैं। किशोरी भी विनोद को मुहबोला भाई कहती थी और उसे दादा कहकर बुलाती थी इसलिए वह उसके साथ खुद को सुरक्षित महसूश कर रही थी। इसके बाद संत भेषभूषा में लंबे बाल वाला व्यक्ति आया जिसे संत कहकर विनोद ने परिचय करवाया। उनके साथ उनका शिष्य धीरेन्द्र मिश्रा भी था। इस दौरान उसने कहा कि संत महाराज को खुश कर दो एवं इनकी सेवा करो। आशीर्वाद देंगे, करोड़ों का मालिक हैं। तुम्हारा सब काम बन जाएगा।
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हैं पीछे….(click)
इसी दौरान पीडि़ता की बहन का फोन आया। तब विनोद ने जबरदस्ती बुलवाया कि कॉलेज का काम नहीं हो पाया है। आज रात फ्रेंड के साथ हास्टल में रुक जाउंगी। इस दौरान तक संत सहित विनोद और साथियों ने शराब की बोतलें खोल ली थी। इन्होंने पीडि़ता को भी शराब पिलाने की कोशिश की। पीडि़ता के शराब पीने से मना करने पर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी गई और संत को छोड़ कर सभी लोग कमरे से बाहर चले गए और बाहर से दरवाजा बंद कर दिया। तब संत ने युवती के साथ रेप किया।दुष्कर्म के बाद संत ने युवती को किसी होटले में छोडऩे के लिए विनोद से कहा। इसके बाद ये लोग युवती को कार से लेकर सर्किट हाउस से निकल आए। बीच रास्ते युवती झांसा देकर कार से किसी तरह निकल भागी। जब वह भाग रही थी तभी उसके परिचित उसे मिले। जिन्हें युवती ने अपने साथ हुई घटना बताई।
जिस पर उन परिचितों ने युवती को सिविल लाइन थाने पहुंचाया। जहां आरोपियों विनोद पाण्डेय उर्फ दादा, संत महाराज, मोनू और धीरेन्द्र मिश्रा पर धारा 342, 504, 323, 328, 376डी, 506 भादवि एवं 5जी/6 पाक्सो एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। रीवा सर्किट हाउस में दुष्कृत्य की घटना को अंजाम देने वाले दुष्कर्मी संत सीताराम दास को सिंगरौली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह नाई की दुकान में दाढ़ी बाल कटवाने की फिराक में था तभी उसे पकड़ा गया। इस तरह से मुहबाली बहन बनाकर हिस्ट्रीसीटर ने किशोरी को महंत की हवस का शिकार बनवा डाला।