रीवा। शासन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तार का दावा किया जा रहा है लेकिन जिम्मेदारी ऐसे हाथों में दी गई है जहां मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं से ज्यादा उन्हें प्राइवेट प्रैक्टिस का ख्याल रहता है। इसका बड़ा उदाहरण मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.देवेश सारस्वत के रूप में देखा जा सकता है। बता दें कि यदि आप डीन डॉ.देवेश सारस्वत को मेडिकल कॉलेज से संबंधित किसी प्रकार की जानकारी के लिए उनके वट्सअप नंबर 7049085555 में कोई मैसेज कर रहे हैं तो उसमें जानकारी मिले न मिले लेकिन आप को एक मैसेज जरूर आएगा जो उनकी निजी प्रैक्टिस से संबंधित रहता है। जिससे उनसे मिलने, उनकी फीस, मरीज से संबंधित डिटेल्स भेजने की जानकारी मांगी जाती है, फीस भुगान भी ऑनलाइन करने को कहा जाता है। साफ जाहिर होता है कि डीन पद पर रहते हुए भी डॉ.देवेश सारस्वत अभी भी निजी प्रैक्टिस में ज्यादा व्यस्त हैं, ऐसे में कॉलेज की व्यवस्थाओं पर उनका कितना फोकस है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। बता दें कि डॉ.देवेश सारस्वत का फोन भी अधिकतर स्विच आफ ही रहता है और वट्सअप पर संपर्क करने पर इस प्रकार से मैसेज मिलते हैं।
रिप्लाई में आता है यह मैसेज
आप क्लीनिक पर एवं व्हाट्सएप / वीडियो कॉलिंग द्वारा डॉ. देवेश सारस्वत से परामर्श ले सकते हैं।
क्लीनिक नं – 8989824555
whatsapp. – 7049085555
# मरीज़ का पूरा नाम, उम्र और पता लिखें।
# बीमारी के तीन स्पष्ट फोटो भेजें एवं बीमारी के बारे में लिखें।
# पहले दिखाया हो, पुराने पर्चे हों तो अपलोड करें।
#ऑनलाइन फ़ीस रु 400/- जमा करें।
पर्चा आपके मोबाइल पर आएगा।
समय दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे
रविवार अवकाश
दवा स्पीड पोस्ट से प्राप्त करने हेतु संपर्क करें-8989842786
क्या है नियम…
नियमानुसार कोई भी अधिकारी यदि मेडिकल कॉलेज के डीन के पद की जिम्मेदारी संभाल रहा है तो वह निजी प्रैक्टिस नहीं कर सकता है, इसके पहले भी पूर्व डीन डॉ.मनोज इंदुलकर पर भी इस प्रकार के आरोप लगने के बाद तत्कालीन संभागायुक्त व कलेक्टर ने रोक लगाई थी, हालांकि वह चोरी-छिपे प्राइवेट प्रैक्टिस करते रहे। अब वर्तमान डीन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
वट्सअप पर विजनेस एकाउंट
जानकारों की माने तो जो मोबाईल नंबर 7049085555 मेडिकल कॉलेज डीन डॉ.देवेश सारस्वत द्वारा उपयोग किया जाता है उसमें उनका बिजनेस वट्सअप एकाउंट है, जिसके चलते किसी भी प्रकार का कोई मैसेज करने पर इस प्रकार के रिप्लाई लोगो को मिलते है, वह ऑटोमैटिक मैसेज में डिटे्ल्स भर दी जाती है जो अपने आप मैसेज करने पर सामने वाले के पास पहुंच बतौर रिप्लाई पहुंच जाता है लेकिन डीन पद की जिम्मेदारी के बाद भी परामर्श के लिए फीस भरने पर डीन से बात होने का मैसेज आना कई सवाल खड़े कर रहा है।
०००००००००००००००