रीवा। राजनिवास रेप कांड में 7 आरोपी पकड़े जा चुके हैं वही एक अब भी फरार है। वही महंत ने जिस कमरा नंबर 4 में रेप की घटना को अंजाम दिया उसके आवंटन को लेके अब भी रहष्य बरकरार है। हालांकि पुलिस व प्रशासन मामले में जांच की बात कर रहा है लेकिन यह जांच कब तक पूरी होगी इसका जबाब कोई नही दे पा रहा है। वही अब देश के एक बड़े अखबार ने कमरा नंबर 4 के हिस्ट्री सीटर के नाम से अलॉटमेंट को लेके बड़ा दावा किया है। अखबार की रिपोर्ट्स की माने तो राजनिवास का कमरा नंबर 4 प्रदेश सरकार के एक मंत्री के इशारे पर हुआ था, जो बीते 2 वर्ष पूर्व ही कांग्रेस का हाथ छोंड़कर भाजपा में शामिल हुए थे और मंत्री बनाये गए।
दैनिक भास्कर के मुताबिक रीवा में नाबालिग से रेप के आरोपी महंत के खिलाफ जांच सर्किट हाउस के कमरा नंबर 4 पर आकर ठहर गई। यह कमरा आरोपी सीताराम दास को एक मंत्री के कहने पर दिया गया था। जांच के दौरान मंत्री की भूमिका पता चली तो अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने जांच बीच में रोक दी। अब ये अफसर मंत्री को बचाने में जुट गए हैं। जबकि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुले मंच से कह चुके हैं कि कमरा दिलवाने वाले को भी नहीं छोड़ेंगे। हालांकि, तब तक यह पता नहीं चला था कि कमरा किसने बुक कराया था। अब भोपाल से ही इस पर फैसला होगा कि क्या करना है। कमरा अलॉट करने वाले SDM का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर विनोद पाण्डेय और उसके गुर्गों ने सर्किट हाउस पर कब्जा कर रखा था। जबकि, अखबार के पास सर्किट हाउस के एंट्री रजिस्टर का वह सबूत है, जिसमें लिखा है कि 4 नंबर कमरा SDM अनुराग तिवारी ने विनोद पाण्डेय को अलॉट किया है। यानी साफ है कि अफसर अब इस मामले को दबाने में जुट गए हैं। सर्किट हाउस बुक कराने में जिस मंत्री का नाम आ रहा है, वह दो साल पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।