रीवा। जिले प्रतिभाओं की कमी नही है हर क्षेत्र में प्रतिभाओं ने जिले का नाम रोशन किया है। लेकिन हम जिस उपलब्धि की जानकारी आपको देने जा रहे हैं उसे जान पहले तो आपको भी इस बात पर यकीन नही होगा लेकिन हम आपको इज़के प्रमाण भी दिखाएंगे। आपको बता दें कि यह उपलब्धि शहर में रहने वाले मात्र 14 माह के बालक को मिली है।
शहर के समान निवासी मिश्रा परिवार के बालक यशस्वी एस. मिश्रा महज चौदह महीने की छोटी सी उम्र में याददाश्त एवं विलक्षण बुद्धि का ऐसा परिचय दिया जिसे देखकर लंदन की प्रतिष्ठित संस्था ‘‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड’’ को इस कारनामे को विश्व का सबसे कम उम्र में किये गये कार्य के रूप में पहचान देकर न केवल वर्ल्ड रिकार्ड के तौर पर दर्ज करना पड़ा बल्कि इस अद्भुत कार्य के लिये प्रमाण पत्र भी जारी किया है।
गौरतलब है कि संजय मिश्रा एवं शिवानी मिश्रा के पुत्र यशस्वी यशस्वी एस. मिश्रा ने इस छोटी सी बालपन की उम्र में 26 देशों के राष्ट्रीय ध्वज को एक बार में पहचान कर सभी को आचर्श्य में डाल दिया है। विलक्षण प्रतिभा और महज 14 माह की छोटी सी उम्र में याददाश्त की ऐसी अद्भुत मिसाल को देखकर यशस्वी के दादा श्री अवनीश कुमार मिश्रा जी वर्तमान में दुआरी हायर सेकेन्डरी में प्राचार्य पद पर कार्यरत हैं।
इस आश्चर्यजनक उपलब्धि को परिवार के लिये गौरव का विषय बताया है बल्कि समूचे विन्ध्य के लिये सम्मान बताया। यशस्वी के माता-पिता के अनुसार इसकी इस प्रतिभा को देखते हुए अभी बालक को और आगे नाम रोशन करने के लिये प्रेरित कर रहे हैं। इस उपलब्धि पर मिश्रा परिवार और सभी शुभचिंतकों ने यशस्वी को बधाई एवं उज्जवल भविष्य के लिये शुभकामनायें दी।