भोपाल/रीवा। जिले के ग्राम चौरा निवासी एक युवक ने इंदौर में लुटेरी गैंग बनाई और करीब 5 करोड़ से अधिक की ठगी कर डाली। इस गैंग में उसकी मुख्य सहयोगी एक लड़की थी। इसके अलावा एक बैकुंठपुर निवासी युवक व एक रीवा शहर में रहने वाला युवक शामिल है। बता दें कि इनकी गैंग में और भी कई आरोपी शामिल थे। अब इन पर इंदौर पुलिस ने शिकंजा कस लिया है जो फर्जी कंपनी के नाम पर लोंगो का पैसा इन्वेस्ट कराते थे और कुछ दिन उनको फायदे की राशि वापस भी देते थे। लेकिन बड़ा अमाउंट मिलने पर उसे दबा देते थे और रुपये मिलने पर सिम तोड़कर फोन बदल देते थे। बताया गया कि इस मामले में मुख्य सरगना रीवा ग्राम चौरा का रहने वाला पवन तिवारी पिता रामनाथ तिवारी और उसकी महिला मित्र पूजा पिता बहादुर थापा है। इसके वाला दीपक २६ पिता मुद्रिका प्रसाद तिवारी निवासी बैंकुंठपुर रीवा, विनोद २५ पिता त्रियोगी नारायण प्रसाद तिवारी निवासी रीवा सहित फर्जी एडवाइजरी कंपनी चलाने के मामले में आरोपी कौलाश २९ पिता देवीदिन मोर्या निवासी बिजलपुर रोड, कपित उर्फ रोहित २० पिता किशोर हार्डिया निवासी उमरिया जोबरा कॉलोनी किशनगंज, यज्ञदत्त २९ पिता मोहनलाल शर्मा निवासी स्टेशन रोड राऊ, मुरली ३१ पिता सुदामा पाटनकर निवासी बैतुल हाल मुकाम श्रीजी वाटिका वंदना नगर, अनिल ४३ पिता हरदलाल सिंह यादव निवासी किशनगंज, अमित ३२ पिता विरेंद्र जोशी निवासी भगोरा पंचायत चौराहा किशनगंज, विशाल ३३ पिता उमेश जायसवाल निवासी बरलाई रोड शिप्रा, प्रकाश ३१ पिता पूर्णानंद भट निवासी शुभांगन ओमेक्स सिटी- १ को गिरफ्तार किया है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक इन लोंगो ने करीब 400 लोंगो से 5 करोड से ज्यादा की ठगी की है। इनके पास से लैपटॉप, फोन, फर्जी सिम, दो लग्जरी गाड़िया, 18 लाख रुपये नगद पुलिस ने बरामद किया है।