जबलपुर। प्रदेश भर में सायबर क्राइम के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं, आलम यह है कि अब इसकी चपेट में कलेक्टर को भी लिया जाने लगा है। जबलपुर कलेक्टर के नाम से रुपयों की मांग विभागीय अधिकारियों से की गई, पहले तो अधिकारी नहीं समझे लेकिन जब इसकी पड़ताल की गई तो पता चला की यह डुप्लिकेट कलेक्टर ईलैयाराजा टी थे, हालांकि पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।
क्या है मामला
27 अप्रैल को अज्ञात व्यक्ति ने मोबाइल नंबर 9382435308 से कलेक्टर इलैयाराजा टी के नाम से जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग को दोपहर करीब 3.30 बजे मैसेज भेजा था। व्हाट्सएप की डीपी में कलेक्टर की फोटो लगी हुई थी जिससे कार्यक्रम अधिकारी ने सोचा कि कलेक्टर का नया नंबर है, मैसेज करने वाले ने खुद को कलेक्टर इलैयाराजा टी बताते हुए अपने व्हाट्सएप नंबर को अन्य ग्रुपों में जोडऩे के लिए कहा। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने फर्जी कलेक्टर के आदेश का पालन करते हुए ठीक उसके कहे अनुसार कर दिया। जिसके बाद कलेक्टर के नाम पर बातचीत करने वाले ठग ने जिला कार्यक्रम अधिकारी से पैसे मांगे। कलेक्टर बने ठगने मैसेज में कहा कि उसे पैसों की आवश्यकता है, कुछ दोस्तों को पैसे भेजना है।
संदेह होने पर की शिकायत
संदेह होने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कलेक्टर इलैयाराजा टी से संपर्क किया जिसके बाद सायबर ठगी के प्रयास का पता चल पाया। कलेक्टर ने पुलिस अधीक्षक बहुगुणा को सायबर ठगी के प्रयास की जानकारी दी। आपूर्ति नियंत्रक ने भी जानकारी दी कि कलेक्टर के नाम पर उनसे भी व्हाट्सएप के माध्यम से पैसे मांगे गए। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अज्ञात सायबर ठग के खिलाफ मामला दर्ज कर सायबर सेल के माध्यम से आरोपी की तलाश की जा रही है जल्द ही उसको पकड़ लिया जाएगा। बता दें कि इस मामले ने विभागीय अधिकारियों के बीच हड़कंप मचा दिया है।
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