रीवा। लक्ष्मणबाग संस्थान का जीर्णोद्धार किया जाएगा। मंदिर परिसर बदला-बदला सा नजर आएगा। जल्द ही यहां बड़ा सा इंट्रेंस गेट नजर आएगा। सामने पांच दुकानें बनाई जाएंगी। बिछिया रिवर के किनारे दीवार और पॉथवे का होगा निर्माण। कार्ययोजना तैयार हो गई है, स्वीकृति के बाद काम शुरू हो जाएगा। सालों बाद अब जाकर लक्ष्मणबाग संस्थान की सुध आई है। प्रशासन ने मंदिर परिसर को सुरक्षित और संरक्षित करने का निर्णय लिया है। यहां कई कार्यों की स्वीकृति पहले ही जारी हो चुकी है। कई काम पूरे हो चुके हैं। अब कई नए कार्यों को शुरू करने की तैयारी है। लक्ष्मणबाग संस्थान के नाम से मुख्य मार्ग पर ही बड़ा सा इंट्रेंस गेट भी बनाने की तैयारी है। गेट भव्य व आकर्षक होगा। इंट्रेंस गेट के निर्माण से लक्ष्मण बाग आने वाले श्रद्धालुओं को पहुंचने में आसानी होगी। इतना ही नहीं अतिक्रमण की संभावनाओं पर भी विराम लग जाएगा।
2.52 करोड़ से होंगे ये सारे काम
लक्ष्मणबाग संस्थान में 252.88 लाख रुपए से कई निर्माण कार्यों की कार्ययोजना बनाई गई है। इसमें 5 दुकानों का निर्माण भी शामिल है। इसके अलावा इंट्रेंस गेट और 3 मीटर चोड़ा पाथवे के साथ ही बिछिया नदी के किनारे ग्रेविटी वॉल का भी निर्माण किया जाएगा। इस निर्माण से लक्ष्मण बाग संस्थान का परिसर कुछ बदला बदला से नजर आएगा।
बद्रीनाथ की भूमि से मिली राशि से होगा निर्माण
सूत्रों की मानें तो प्रशासन के पास लक्ष्मणबाग संस्थान के कायाकल्प के लिए फंड ही नहंीं है। यही वजह है कि बद्रीनाथ धाम की जमीन बेचकर अब उसी राशि से लक्ष्मणबाग संस्थान परिसर रीवा का जीर्णोद्धार करने की तैयारी है। इसी राशि से यह सारा तानाबाना बुना जा रहा है।
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