रीवा। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में लगी करोड़ों की मशीनें सही ढंग से संचालित नहीं हो रही हैं। सही तरीके से संचालित नहीं होने के कारण इनका दम निकल रहा है। सीटी स्केन भी इन मशीनों में से एक है। इसे करोड़ों की लागत से मरीजों की सुविधा के लिए यहां लगाया गया था। इंस्टालेशन के बाद जनता को समर्पित कर दिया गया था। हालांकि यह मशीन प्रबंधन की लापरवाही के कारण बार बार खराब हो रही है। इस मर्तबा यह 7 वीं बार है जब सीटी स्केन ने दम तोड़ दिया है। तकनीकी खराबी और वोल्टेज फ्ल्क्चुएशन के कारण ही बार बार सीटी स्केन मशीन खराब हो रही है। इसे सुधारने और दुरुस्त करने की प्रबंधन कोशिश तक नहंी कर रहा है। यही वजह है कि हर बार मशीन खराब हो जाती है। तीन दिन बाद भी इसे सुधरवाया नहीं गया है। सीटी स्केन की जांच नहीं होने से मरीजों के ऑपरेशन तक टाल दिए गए हैं।
उर्मिला त्रिपाठी की जांच नहीं हो पा रही
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के न्यूरो विभाग में उर्मिला त्रिपाठी नाम की मरीज भर्ती हैं। इनका आपरेशन हुआ है। आपरेशन के बाद डॉक्टरों ने सीटी स्केन कराने की सलाह दी है लेकिन मशीन बंद होने से उनकी जांच नहीं हो पा रही है। ऑपरेशन के बाद हालात क्या हैं, इसकी जानकारी ही नहीं मिल पा रही है।
प्राइवेट सेंटर जाने को मजबूर
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सारी मशीनें नई और हाईटेक हैं। फिर भी यह आए दिन खराब ही रहती है। पैथालॉजी से लेकर सीटी स्केन, एक्सरे मशीनें तक खराब हो रही हैं। डायलिसिस सेंटर में उपकरण और एक्यूपमेंट तक पर्याप्त नहीं रहते हैं। इसके कारण मरीजों को आए दिन परेशानियां झेलनी पड़ती है। इन मरीजों को जांच के लिए प्राइवेट सेंटरों में भेजा जाता है। गरीबों को हजारों रुपए प्राइवेट सेंटरों में जांच कराने में खर्च करना पड़ रहा है।