रीवा। जिला पुलिस भले ही अपराध नियंत्रण के दावे कर ले लेकिन यहां अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। अब तो हद यह हो चुकी है कि जिला कलेक्टर के नाम से ही अपराधी ठगी करने लगे हैं। हालांकि मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है। सूत्रों की माने तो कलेक्टर मनोज पुष्प ने भी मामले में संज्ञान लिया है व लोंगो से अपील की है कि इस प्रकार के फ्रॉड से बचें व किसी प्रकार की जानकारी न दें।
प्रदेश के रीवा जिले के डीएम मनोज पुष्प की व्हाट्सऐप पर डीपी लगाकर फर्जी नंबर से आईडी बनाई गई है सूत्रों के माने तो लोगों से पैसा मांगने का मामला भी सामने आया है। ठगी का यह नया तरीका अपनाने वाले ने डीएम के नाम पर कई लोगों से बात की है ऐसा कहा जा रहा हैं. कलेक्टर ने मामले का संज्ञान लेकर पुलिस साइबर सेल को विधिक कार्रवाई के लिए आदेश दे दिए हैं और पुलिस जांच में जुटी है। जानकारी के अनुसार साइबर अपराधी फर्जी नंबर पर डीएम की फोटो लगाए हुए है! पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही। बताया गया कि वह अधीनस्थ कर्मचारियो को टारगेट कर रहा है।
कई मामले आ चुके
बता दें कि जिला कलेक्टर के नाम से फ्रॉड करने के मामले प्रदेश के कई जिलों में प्रकाश में आ चुके लेकिन इस पर रोक पुलिस नही लगा पा रही गई। जिससे बड़ा सवाल पुलिस की व्यवस्थाओं पर भी खड़ा हो रहा है, जब कलेक्टर के नाम से फ्रॉड हो रहा तो आम लोंगो का क्या होगा। इससे पहले जबलपुर फिर सिंगरौली सहित अन्य जिलों में ऐसा मामला प्रकाश में आ चूका हैं!