रीवा। देश की स्वतंत्रता को अक्षुण्य और अखंड बनाए रखने में आप सभी पत्रकारों का बड़ा योगदान है। आपका योगदान प्रशासनिक राजनीतिक, विधायिका के व्यक्ति से कम नहीं है, क्योंकि इतिहास को आप ने ही जीवित रखा है। दिन प्रतिदिन जो घट रहा है, उसके इतिहासकार भी दूसरे कोई नहीं है। अखबार के ही लोग हैं।
उक्त बातें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक जागरण के संपादक मदन मोहन गुप्ता ने जागरण परिसर में कही। उन्होंने कहा कि अखबार के लोगों का यह दायित्य बनता है कि वह अपनी बुद्धि से जागृह हो। उन्हें यह समझ में आए कि खून का रंग सभी का लाल है। वह हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई हो किसी भी जाति का हो। सभी इस भारत भूमि पर ही सांस लेते हैं। सभी इसी में उगा अनाज खाते हैं। यह बहुत जरूरी है कि हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई आपस में हो भाई-भाई। अंग्रेजों ने क्या किया फूट डालो और राज करो। उन्होंने हिंदू मुसलमान, हिंदू और सिख में खाई पैदा कर दी। आपस में सभी को लड़ाया और राज किया। आज हम आजाद है। हमारे सामने आज सबसे बड़ी चुनौती है कि जो दुनिया के विकासशील देश हैं। जहां तरक्की हो गई। हमें वहां पहुंचना है। वहां तक हम कैसे पहुंचेंगे। जब तक हमारे बीच मनों में भेद होगा। हमारे संस्कार पवित्र नहीं होंगे, तो वहां तक हम कैसे पहुंचेंगे। यह सारी बातें यदि कोई समाज को समझा सकता है तो वह सिर्फ और सिर्फ पत्रकार ही है। समाज को संवारना और सजाना पत्रकारिता का काम है। मुझे गर्व है कि रीवा जैसे छोटे शहर में 70 वर्ष से लगातार दैनिक जागरण निर्भीक और निष्पक्ष रूप से प्रकाशित हो रहा है। इसमें आप सभी सहयोग दे रहे हैं। दैनिक जागरण कुछ है तो वह आप हो, जो सामने खड़े हैं। आप ही दैनिक जागरण हो। जैसी आपकी सोच होगी और आप का काम होगा दैनिक जागरण भी वैसी ही शक्ल अख्तियार करेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रबंध निदेशक आशुतोष मोहन गुप्ता ने की। कार्यक्रम में प्रभारी संपादक देवेन्द्र सिंह और जीएम सुखेन्द्र सिंह ने सभी साथियों को संबोधित किया और साथ में काम करते हुए जागरण परिवार को आगे ले जाने की बात कही। ध्वजारोहण के दौरान दैनिक जागरण के अशेष त्रिपाठी, तेज प्रताप ङ्क्षसह, प्रतीक तिवारी, संतोष त्रिपाठी, विवेक सिंह बघेल, कमलेश मिश्रा, रेनू शुक्ला, सुजीत चौबे, प्रदीप मिश्रा, वीरेन्द्र श्रीवास्तव, दिलीप शुक्ला, संतोष पाण्डेय, जयंत चटर्जी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।