रीवा। बाल संप्रेक्षण गृह से भागे पांचो बाल आपचारियों को पकड़ लिया गया है, पकड़े गए बाल अपचारियों ने पकड़े जाने के बाद कई बड़े खुलासे किए हैं उनके द्वारा भागने की वजह के साथ-साथ भागने व 100 किमी दूर नैना नदी तक पहुंचने की पूरी जानकारी पुलिस को दी है। यह पूरी कहानी हैरान कर देने वाली है। पुलिस को बाल अपचारियों ने बताया कि भागने वाले पांचों की आपस में गहरी मित्रता हो गई थी और वह पांचो एक साथ ही रहना चाहते थे लेकिन इसी बीच इन पांचो में से एक का सिवनी में बाल संप्रेक्षण गृह में ले जाने का आदेश आ गया था, यह बात उनको नगवार थी, एक दोस्त को लेकर जाने वाले बाहर बैठे हुए थे, उनका दिमाक काम नहीं कर रहा था की किया क्या जाए, इसी बीच उन्होंने एक साथ भागने का प्लॉन बना लिया और आनन-फाानन में किचन में गए और दरवाजा बंद कर खिड़की तोड़कर भाग निकले, चोरी-छिपे रखे हुए 2000 रुपए लेकर वह भागे थे, दीवार कूदकर सामान लेकर बस स्टैंड तक पैदल गए।
सूत्रों की माने तो पांच बाल अपचारियों में एक नाबालिग ज्यादा होशियार था। उसके बताए गए प्लॉन पर ही चार अन्य चल रहे थे, चारो बस स्टैंड से रायपुर कर्चुलियान तक जाने वाली ऑटो में सवार हुए। चालक को 20-20 रुपए देकर रायपुर कर्चुलियान में उतर गए। यहां से टैक्सी वाले को 70-70 रुपए देकर चाकघाट बॉर्डर तक पहुंचे, लेकिन पुलिस की चेकिंग के कारण आगे नहीं गए और प्लॉन में बदलाव किया। उनका प्लान प्रयागराज के रास्ते दिल्ली जाने का था लेकिन चाकघाट से सोनौरी के ऑटो में सवार हो गए। सोनौरी स्थित नैना नदी क्रॉस करने पर एक मंदिर दिखा। रात होने पर सभी साथी वहीं पर खाना-पीना करने के बाद सो गए। इसी बीच सोनौरी के ग्रामीणों से मुखबिरी कर दी और वह पकड़े गए। पुलिस ने जब इनका घेराव किया तो चारो तरफ पुलिस को देख यह नदी में कूद गए, जिसके बाद सिपाहियो ने कूदकर इनको पकड़ा, सूत्रो के मुताबिक पांच में एक को ही तैरना आता था यदि पुलिस कर्मियों ने इन्हें नहीं निकाला होता तो उनकी जान भी जा सकती थी।