रीवा। मानकों को पूरा न करने वाले प्राइवेट नर्सिंग होम व अस्पतालों की जांच जारी है। जांच के बाद नियम विरूद्ध संचालित नर्सिंग होम व अस्पतालों के लाइसेंस भी निरस्त किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की इस कार्यवाही से संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है। बुधवार को भी जांच करने स्वास्थ्य विभाग सहित प्रशासनिक अधिकारी नर्सिंग होम में पहुंचे। चार नर्सिंग होम की जांच की गई। जिसमें एक तो मानक के अनुसार पाया गया, लेकिन तीन ने आवश्यक दस्तावेज ही टीम को नहीं दिखाए। जिसके चलते टीम को वापस लौटना पड़ा। हाालांकि उनको एक दिन का समय दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए दिया गया है।
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यहां जांच करने पहुंची टीम
बताया गया कि बुधवार को सबसे पहले टीम रेनबो हास्पिटल पहुंची, जहां मानक के अनुसार सभी व्यवस्थाएं टीम को मिलीं और छोटी-मोटी कमियों को पूरा करने के निर्देश दिए गए। इसके बाद टीम लाइफ केयर हास्पिटल जांच करने पहुंची। बताया गया कि यहां संचालक से आवश्यक दस्तावेज मांगे गए, लेकिन संचालक ने हास्पिटल में दस्तावेज न होने की बात कहते हुए दस्तावेज नहीं दिखाए और एक दिन का समय मांगा। उन्होंने खुद सीएमएचओ आफिस आकर दस्तावेज दिखाने की बात कही। इसी प्रकार जिंदल हास्पिटल और आर्या हास्पिटल में भी टीम को आवश्यक दस्तावेज नहीं दिखाए गए। सूत्रों की मानें तो इन हास्पिटल में टीम को मानक के अनुसार व्यवस्थाएं भी नहीं मिली हैं और इसको लेकर भी जवाब तलब किया गया है। यदि जवाब संतोषजनक नहीं रहा और गुरुवार को खुद संचालकों द्वारा दस्तावेज नहीं दिखाए गए तो इनके भी लाइसेंस निरस्त किए जा सकते हैं।
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एक माह पूर्व जारी हुआ था नोटिस
बता दें कि जबलपुर में हुए अग्रिकांड के बाद बीते माह जिले के 52 प्राइवेट नर्सिंग होम व प्राइवेट अस्पतालों की जांच की गई थी, जिसमें सभी को एक माह का नोटिस व्यवस्थाएं बनाने के लिए दिया गया था। खासतौर पर अग्रि सुरक्षा को लेकर व्यवस्थाओं के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इनमें से कई संचालक ऐसे हैं जो अब भी मनमानी कर रहे हैं। इन्हीं की जांच की जा रही है।
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वर्जन…
चार नर्सिंग होम में जांच करने टीम गई थी। एक में व्यवस्थाएं ठीक मिली हैं, तीन ने आवश्यक दस्तावेज नहीं दिखाए हैं। इनको एक दिन का समय दिया गया है। यदि दस्तावेज नहीं प्रस्तुत किए जाते हैं तो लाइसेंस निरस्त किया जाएगा।
डॉ. एनएन मिश्रा, सीएमएचओ रीवा
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