रीवा। जिला अस्पताल में पदस्थ्य फार्मासिस्ट आरके शुक्ला पर एक बार फिर फर्जीवाड़े का आरोप है, पूर्व में कई फर्जीवाड़े में फंस चुके आरके शुक्ला पर एक बार फिर कई मामलों पर जांच की जा रही है। शुक्रवार को टीम जांच करने सीएमएचओ कार्यालय पहुंची और दस्तवेज तलब किए गए। जांच टीम ने जल्द से जल्द दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए आदेशित किया है। बता दें कि जिला पंचायत सदस्य की शिकायत पर जांच के लिए जिला पंचायत सीईओ द्वारा जांच टीम गठित की गई थी। जांच टीम शुक्रवार को टीम पहुंची और जांच के संबंध में दस्तावेज सीएमएचओ कार्यालय से तलब किए हैं। बता दें कि शुक्रवार को जांच करने डिप्टी कलेक्टर संजीव पांडेय सहित जिला कोषालय अधिकारी आडी चौधरी व सिविल सर्जन डॉ.केपी गुप्ता पहुंचे थे। टीम के चौथे सदस्य सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग अशीष द्विवेदी नहीं गए।
इन बिंदुओ पर करनी है जांच
बता दें कि जिला पंचायत सीईओ द्वारा बनाई गई जांच टीम को 3 मुख्य बिंदुओ पर जांच करनी है।
1. जिला अस्पताल में पदस्थापना होते हुए भी फार्मासिस्ट आरके शुक्ला(रामकिशोर शुक्ला)द्वारा एक भी दिन कार्य नहीं किया। बिना सिविल सर्जन के अनुमति के असम एवं भोपाल की यात्रा कर रहे हैं।
2. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में पदस्थापना न होने पर भी किस दायित्व से शासकीय कार्य किया गया हैं बताए?
3. रीवा जिले में स्वास्थ्य आयुक्त द्वरा प्रदाय सफाई, धुलाई, जिला बीएमडब्ल्यू प्रबंधन एवं जिला स्तरीय स्वास्थ्य शिविर(आजादी का अमृत महोत्सव) हेतु प्रदाय बजट का हेड बदलकर एमपीपीएएससीएल में अनुबंधित होने के बावजूद केन्द्रीय दर से अधिक दर पर घटिया सामग्री का क्रय किया गया है। उपरोक्त कृय प्रक्रिया में कृय की गई सामग्री ब्लीचिंग पाऊडर, डे्रसिंग पैड, ग्लूकोमीटर स्ट्रिप में आधा समान मंगाकर फर्जी भुगतान कर पैसे का बंदरबांट कर लिया गया है। जिसमें भंडार क्रय नियमों का पालन नहीं किया गया है। जिसमें एनएचएम शाखा द्वारा भुगतान नहीं किया गया क्यों?
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15 दिन में देनी है रिपोर्ट
बता दें कि गत 21 सितंबर को यह जांच टीम बनाई गई थी। जिसके बाद टीम को 15 दिवस के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया था लेकिन 30 सितंबर को जांच टीम जांच करने ही पहुंची और दस्तावेज की मांग कर लौट आई। वहीं कहा जा रहा है कि आरके शुक्ला अपनी राजनैतिक पकड़ व बड़ी साठगांठ के चलते पूर्व में भी कई बड़े भ्रष्टाचार कर चुके हैं, जो रिपोर्ट में सामने आया लेकन उन पर कार्यवाही नहीं की गई और अब एक बार फिर उन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं लेकिन जांच टीम बने 9 दिन बाद टीम पहुंची।
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वर्जन…
जांच करने टीम पहुंची थी, जांच से संबंधित दस्तावेजों की मांग की गई है। समय सीमा पर जांच कर रिपोर्ट दी जाएगी।
संजीव पांडेय, डिप्टी कलेक्टर रीवा।
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