रीवा। मऊगंज थाना क्षेत्र में छात्रा से रेप मामले में नया पहलू सामने आया है। आरोपी शादी-शुदा है और उसकी पत्नी घर में थी फिर भी आरोपी ने छात्रा को अकेली पाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोपी की शादी भी 6 महीने पहले ही हुई थी। रविवार को मीडिया टीम जब आरोपी के गांव पहुंची तो यह कहानी सामने आई। मीडिया सूत्रों की माने तो चर्चा में यह बातें भी सामने आयी कि युवक और पीडि़ता के बीच पूर्व में प्रेम संबंध भी थे। आरोपी पक्ष शादी भी करना चाहता था लेकिन पीडि़ता के परिजन तैयार नहीं हुए थे। जिससे उसकी दूसरे जगह शादी कर दी गई। हालांकि प्रशासन ने रविवार को आरोपी के हिस्से का मकान गिरा दिया। कार्यवाई के दौरान एसडीएम एपी द्विवेदी, एसडीओपी नवीन दुबे, तहसीलदार रत्न राशि पाण्डेय, एसआई कमल सिंह सहित पुलिस बल मौजूद रहा। ज्ञात हो कि मऊगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत लटियार गांव में शुक्रवार को नाबालिग लड़की से बलात्कार का मामला सामने आया था। स्कूल जा रही छात्रा से तालाब के पास आरोपी शिवम केवट पुत्र रामबहोर केवट 24 जो पीडि़ता के ही गांव का है ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर जेल भी पहुंचा दिया था। रविवार को राजस्व एवं पुलिस अमले ने आरोपी के कच्चे घर को ढहा दिया। आरोपी की पत्नी बदहवास पूरा घटनाक्र म देखती रही।
दोनों पक्ष लगा रहे एक दूसरे पर आरोप
घटना के बाद दोनो पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। आरोपी के परिवारजनों का कहना है कि पुरानी रंजिश के चलते उनके बेटे को फंसाया गया है। इधर पीडि़ता के परिजनों ने मीडिया के समक्ष आरोप लगाया कि उनके द्वारा आरोपी की शिकायत गांव के सरपंच से लेकर पंच तक से की गई थी, जिसके बाद उसे समझाया भी गया। लेकिन वह नहीं माना और घटना को अंजाम दिया।
मजदूरी करते हैं दोनो पक्ष के लोग
आरोपी व पीडि़ता गरीब परिवार से हैं। दोनो के परिजन मजदूरी करते हैं। आरोपी भी ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है और मजदूरी करता है। आरोपी के पिता ने बताया कि उसके हिस्से में कुल 95 डिसमिल जमीन है। मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण कर रहे हंै। वहीं पीडि़ता के पिता ने बताया कि वह भूमिहीन है। पटेल परिवार ने दो डिसमिल जमीन रहने के लिए दी है। मजदूरी करके गुजर-बसर कर रहे हैं।
घर गिराने से पहले पुलिस ने शादी का सामान किया बाहर
रविवार को अपरांह करीब तीन बजे आरोपी का मकान गिराने प्रशासनिक अमला पहुंचा। एक पक्का और एक कच्चा मकान बना था। परिजनों ने बताया कि उसके हिस्से में कच्चा मकान दिया गया है। जिस पर पुलिस ने आरोपी युवक को शादी में मिला दहेज का उसके कच्चे घर से निकाल कर बाहर रख दिया और करीब ढाई सौ वर्ग फीट में बने कच्चे घर को ढहा दिया।
कब तक घर गिराते रहेंगे
प्रशासन द्वारा अब दो दर्जन से अधिक नए व पुराने दुष्कर्म मामले के आरोपियों के घर गिराए जा चुके हैं लेकिन घटनाओं में रोकथाम नहीं लग पा रही है। आज एक आरोपी का घर गिराया गया, कल दूसरे आरोपी का गिराया जायेगा, परसों तीसरे का। अधिकांश मामलों में आरोपी की कोई स्व अर्जित संपत्तियां नहीं होती। दुष्कर्म करने वाले अधिकांश आरोपी 15 से 25 वर्ष के ही हैं। ऐसे में उन्हें प्रशासनिक कार्रवाई का कोई डर नहीं होता। इस तरह के मामलों में शुरूआती शिकायत में ही पुलिस प्रशासन को कड़ा एक्शन लेना होगा। यदि कोई व्यक्ति किसी आरोपी द्वारा छेड़छाड़ की शिकायत की जाती है तो उसकी शिकायत को गोपनीय रखकर तुरंत जांच कर कार्यवाही करनी चाहिए। तब इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सकेगी। सांप निकल जाने के लकीर पीटने से कुछ नहीं होगा। परिजनों को बच्चों पर नजर रखना होगा और उनके क्रियाकलाप संदिग्ध होने पर ठोस कदम उठाना होगा चाहे वह लड़की हो या लड़का।
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