रीवा। छत पर चढऩे हेतु सहारा देने के लिए लगाई गई रस्सी उस वक्त मौत के फंदे में तब्दील हो गई, जब एक नाबालिग उस रस्सी के सहारे छत पर चढऩे का प्रयास कर रहा था और उसका पैर फिसल गया। फिसलने के बाद नाबालिग की गर्दन उस रस्सी में जा फंसी और उसकी मौत हो गई। घर वालों को जानकारी मिलते ही वहां चीख पुकार मच गई। धीरे-धीरे वहां लोगों का हुजूम एकत्रित हो गया। घटना की जानकारी लगते ही चोरहटा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पीएम के लिए संजय गांधी अस्पताल भेजा।
मंगलवार सुबह दिल दहला देेने वाला यह हादसा चोरहटा थाना क्षेत्र के भिटवा गांव में हुआ। जानकारी के अनुसार नैतिक चतुर्वेदी 13 वर्ष निवासी भिटवा थाना चोरहटा रस्सी को पकड़कर घर की छत पर चढऩे का प्रयास कर रहा था कि अचानक उसका पैर फिसल गया और उसकी गर्दन रस्सी में फंस गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
……..
घर के भीतर थे परिवार के लोग
बताया गया कि यह घटना उस वक्त घटी जब परिवार के अन्य लोग घर के भीतर थे। उसी वक्त ये हादसा हो गया। घर के सदस्यों को लगा कि उनका बच्चा बाहर कहीं खेल रहा होगा। उन्हें क्या पता था कि जिस रस्सी को उन्होंने छत पर चढऩे का सहारा बना रखा है, वह आज उनके कलेजे के टुकड़े को हमेशा-हमेशा के लिए दूर कर देगी। इस घटना के बाद से मां-बाप एवं परिवार के अन्य लेागों का रो-रोकर बुरा हाल है।
………..
छुट्टी न होती तो बच जाती जान
घटना के बाद मृत बच्चे की मां छाती पीट-पीटकर रो रही था और ये कह रही थी कि अगर आज स्कूल की छुट्टी न होती तो नैतिक स्कूल चला जाता और उसकी जान बच जाती। यह सुनकर वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आईं। मृतक के चाचा ने बताया कि वह रोज सुबह स्कूल पढऩे चला जाया करता था। मंगलवार को गुरुनानक जयंती की छुट्टी थी। इस बजह से वह स्कूल नहीं गया और घर पर ही खेल रहा था। इसी दौरान यह हादसा हो गया। मामले को पुलिस ने संज्ञान में लिया है और कार्रवाई शुरू कर दी है।
००००००००००००००००