रीवा। ठंड का मौसम आ चुका है। ठंड के मौसम में अक्सर कोहरे की वजह से ट्रेन का संचालन प्रभावित होता रहा है। इस समस्या से बचने के लिए फॉग सेफ्टी डिवाइस का उपयोग रेल प्रशासन द्वारा किया जाने लगा है। यह डिवाइस लोको पायलट की मदद करता है, जिससे ट्रेन की अधिकतम अनुमेय गति को लगातार बनाये रखा जा सकता है। पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मण्डल अंतर्गत रेलखण्डों में 338 डिवाइस लगाई गई हैं। इनमें रीवा, सतना, कटनी, मानिकपुर, इटारसी रेलखण्ड भी शामिल हैं। इन रेलखण्डों से गुजरने वाली सभी टे्रन के परिचालन में रेल प्रशासन को राहत मिल सकती है।
गौरतलब है कि रीवा स्टेशन से चलने वाली आनंद विहार टे्रन के संचालन में सबसे ज्यादा समस्या होती है। ठंड के दिनों में दिल्ली जाने वाली इस टे्रन पर कोहरे का सबसे बुरा प्रभाव पड़ता है। अक्सर दिसम्बर, जनवरी के महीने में रीवा-आनंद विहार ट्रेन 8 से 10 घंटे विलम्ब से अपने गंतव्य पर पहुँचती है। उत्तर भारत से आने वाली इस टे्रन की गति पर कोहरे का असर सर्वाधिक दिल्ली से मानिकपुर, छिवकी के बीच पड़ता है, लिहाजा पमरे इस मार्ग में डिवाइस की व्यवस्था की है। इसके अलावा, रेवांचल सहित अन्य टे्रन के संचालन में भी बाधा न हो, इसके लिए डिवाइस लगाये गये हैं। अब इस डिवाइस का कितना फायदा टे्रन और लोको पायलट को मिलेगा, यह शीघ्र ही स्पष्ट हो जायेगा।
जीपीएस टेक्नालॉजी पर काम करता है डिवाइस
बताया गया कि फॉग सेफ्टी डिवाइस जीपीएस टेक्नालॉजी पर काम करता है। जीपीएस से रेलट्रेक का मैप, सिग्नल, स्टेशन और रेलवे क्रॉसिंग की जानकारी निरंतर लोको पायलट को मिलती रहती है। टे्रन चलाने के दौरान लोको पायलट को सिस्टम से पता चलता है कि टे्रक पर आगे कोई दिक्कत नहीं है, जिसके हिसाब से वह टे्रन की गति को बढ़ा सकता है।
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