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रीवा। बीते वर्षों में जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं में काफी सुधार हुआ है, जहां एक तरफ आधुनिक मशीनें व जांच की सुविधाओं सहित हर तरह के मरीजों के लिए चिकित्सकों की उपलब्धता हुई है, वहीं दूसरी तरफ जिला अस्पताल में मरीजों के लिए इलाज भी आसानी से उपलब्ध कराया जा रहा है। खासकर मातृ-शिशु मामलों में जिला अस्पताल द्वारा विशेष उपलब्धि हासिल की गई है। बीते वर्षों की अपेक्षा सुधार की ही वजह है कि यहां आई अधिक से अधिक गर्भवती महिलाओं को समुचित इलाज उपलब्ध कराया गया व उनकी डिलेवरी कराई गई। बीते वर्ष 2022 में जनवरी से लेकर दिसंबर तक कुल 2991 डिलेवरी जिला अस्पताल में कराई गईं, इनमें 210 डिलेवरी ही सिजेरियन हुई हैं, बाकी चिकित्सकों द्वारा नार्मल डिलेवरी कराई गई है। बता दें कि जिला अस्पताल में जिले भर की गर्भवती महिलाएं पहुंचती हैं और उनका उपचार किया जाता है।
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460 महिलाएं लौट गईं वापस
सुविधाओं के बाद भी ऐसी गर्भवती महिलाएं रहीं जो या तो जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं से नाखुश रहीं या फिर खुद का इलाज वहां सुरक्षित नहीं माना और भर्ती होने के बाद वहां से वापस लौट गईं, डिलेवरी नहीं कराई। ऐसी 460 महिलाएं जिला अस्पताल से वापस लौट गईं। हालांकि जिला अस्पताल प्रबंधन की मानें तो कुछ हाई रिस्क महिलाओं को जीएमएच के लिए भी रेफर कर दिया जाता है व कुछ अपने मर्जी से बाहर उपचार के लिए छुट्टी ले चली जाती हैं, इनमें वह महिलाएं भी शामिल हैं जो डिलेवरी के पहले ही भर्ती हुईं व डिलेवरी का समय लेट होने से उन्होंने छुट्टी करा ली।
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जोखिम की वजह से सर्जरी आवश्यक
इस संबंध में विशेषज्ञों ने बताया, सर्जरी के पहले सामान्य डिलेवरी के सभी प्रयास किए जाते हैं। जब जांच के बाद यह स्पष्ट हो जाता है कि सामान्य प्रसव की संभावना नहीं है। सर्जरी नहीं करने से गर्भवती सहित गर्भस्थ शिशु को जोखिम हो सकता है तब चिकित्सकों के पैनल के परामर्श के बाद सर्जरी की जाती है। हालांकि प्रयास किया जाता है कि ऐसे कम ही केस हो, इसके लिए शुुरुआत से ही देख-रेख की जाती रहती है।
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मौत एक भी नहीं
बताया गया कि पिछले वर्ष डिलेवरी के दौरान या फिर डिलेवरी की वजह से किसी भी महिला की मौत जिला अस्पताल में नहीं हुई है। 3-4 मौतें नवजात शिशुओं की जरूर हुई हैं, हालांकि अधिकतर एसएनसीयू के रिस्की केसों को जीएमएच के लिए रेफर कर दिया जाता है। जिससे यहां शिशुओं की मौत के आंकड़े भी कम होते हैं।
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सितंबर में सबसे अधिक डिलेवरी
जिला अस्पताल के पिछले वर्ष के रिकार्ड में सितंबर में सबसे अधिक 312 डिलेवरी हुई हैं, इसके अलावा अगस्त में 305, नवंबर में 282, जनवरी में 281, अक्टूबर में 280, दिसंबर में 279, फरवरी में 245, जुलाई में 225, मार्च में 220, जून में 199, अप्रैल में 185, मई में 178 डिलेवरी हुईं हैं।
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माहवार प्रसव की स्थिति…
माह आईपीडी सामान्य सर्जरी
जनवरी 313 272 09
फरवरी 274 235 10
मार्च 248 203 17
अप्रैल 220 169 16
मई 221 163 15
जून 236 183 16
जुलाई 263 217 18
अगस्त 353 294 11
सितंबर 370 275 37
अक्टूबर 330 264 16
नवंबर 321 255 27
दिसंबर 302 261 18
टोटल 3451 2781 210
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वर्जन
जिला अस्पताल में वर्ष 2022 में कुल 2991 डिलेवरी हुई है, जिसमें 210 सिजेरियन व अन्य नार्मल डिलेवरी हुईं हैं। पहले प्रयास यही किया जाता है कि नार्मल डिलेवरी हो, इमरजेंसी पर ही सिजेरियन के लिए निर्णय लिया जाता है।
डॉ.केपी गुप्ता, सिविल सर्जन जिला अस्पताल।
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