रीवा। नगर निगम आयुक्त संस्कृति जैन द्वारा पिछला बकाया संपत्ति कर एवं जल कर की वसूली में सख्ती लाने के निर्देश देते हुए लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि वसूली नहीं करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। वसूली नहीं किए जाने से आम जनता पर टैक्स की अदायगी का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। निगमायुक्त संस्कृति जैन द्वारा संपत्ति कर जलकर एवं दुकानों का बकाया किराया वसूलने के लिए निरंतर समीक्षा की जा रही है जिसका परिणाम यह रहा है कि नए वित्तीय वर्ष में अभी तक लगभग 7 करोड़ रुपये की वसूली हो चुकी है। नगर निगम में हालांकि साल दर साल राजस्व वसूली में वृद्धि हो रही है लेकिन वकाया राशि के अनुपात में वसूली नहीं हो पा रही है।
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नगर निगम में वर्तमान में लगभग 67000 संपत्ति करदाता हैं। जिनका वर्ष 2023- 24 के लिए 19 करोड़ 88 लाख 83 हजार रुपए का संपत्ति कर निर्धारित किया गया है। जबकि 32 करोड़ 90 लाख 11000 रुपए पिछला संपत्ति कर बकाया है। इस तरह जनता के पास से कुल 52 करोड़ 78 लाख 94 हजार रुपए संपत्ति कर की वसूली करने की चुनौती है। इस राशि में से अभी तक लगभग पांच करोड़ रुपए की वसूली की जा सकी है। इसी तरह वर्ष 2023 -24 के लिए 3.50 करोड़ रुपए जलकर निर्धारित किया गया है जबकि 14 करोड़ रुपये पिछला बकाया है। इस राशि में से अभी तक लगभग डेढ़ करोड़ की वसूली हो चुकी है। नगर निगम की दुकानों के किराए का भी लगभग यही हाल है। दुकानों का किराए के रूप में साल भर में दो करोड़ 56 लाख रुपए पिछला बकाया है जबकि 2 करोड़ 60 लाख रुपए वर्ष 2023-24 का किराया होता है।
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इस राशि में से अभी तक एक करोड़ रुपए की ही वसूली हो पाई है। नगर निगम के उपायुक्त एवं संपत्तिकर अधिकारी एम एस सिद्दीकी ने बताया कि राजस्व विभाग के अधिकारियों को संपत्तिकर कर की वसूली के लिए निर्देशित किया गया है। राजस्व वसूली के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। निगमायुक्त के निर्देश पर वसूली के लिए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को लगाया गया है। सबसे अधिकारियों वसूली करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पुरस्कृत करने की योजना बनाई गई है जिससे अधिक से अधिक वसूली की जा सके।
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