सभी ताजा खबरें पढ़ने के लिए कृपया जरूर जुड़े🙏
Join Now
अभय चौरसिया की रिपोर्ट।n
nn
मां ज्वालामुखी का द्वार खुलते ही भक्तों की लगती है ।
nn
भीड़ मां करती है,, सबकी मनोकामना पूरी बस दिल से रखो अपनी मुराद मां के सामने सारी…!!
nn
nn
अखंडता के साथ और जल रही है मां ज्वालामुखी की शक्तिपुंज स्वरूप दिव्य अखंड ज्योति….!!!
nn
nn
मध्य प्रदेश के बैढ़न और सिंगरौली जिले के समीप बैढ़न से लगभग 13 किलोमीटर और सिंगरौली से 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित उत्तर प्रदेश की सीमा में सोनभद्र शक्तिनगर अंतर्गत मां ज्वालामुखी का दिव्य मंदिर स्थित है।
nn
nn
इस मंदिर की महिमा का वर्णन जितना किया जाए उतना कम है।
nn
आदि शक्तिपीठ मां ज्वालामुखी मंदिर चार राज्यों की सीमा से जुड़ा है।
nn
nn
इससे मंदिर का संबंध है मा शक्ति के 52 शक्तिपीठों में से है।
nn
nn
नौवें दिन मां के सिद्धिदात्री स्वरूप की पूजा की जाती है। सिद्धिदात्री देवी सरस्वती का भी स्वरूप मानी जाती है।
nn
nn
देवी भागवत महापुराण के अनुसार माता सती के जिह्वा का अग्रभाग किसी पावन स्थल पर गिरा था ।
nn
जब से इसे ज्वालामुखी शक्तिपीठ के नाम से जाना जाने लगा।
nn
nn
शक्ति नगर उत्तर प्रदेश में स्थित मां ज्वालामुखी देवी को शारदीय और चैत्र दोनों पक्षों की नवरात्रि में नवमी के दिन मां को जवारे चढ़ता है और भक्ति आराधना करते हैं
nn
nn
इसलिए इसे ज्वाला देवी के रूप में माना जाता है।
nn
मां का भव्य मंदिर शक्ति नगर के शौर्य और भव्यता का वर्णन करता है।
nn
nn
यह भव्य मंदिर पूर्णता है उत्तर प्रदेश की सीमा क्षेत्र अंतर्गत आता है।
nn
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का भी इस मंदिर में आगमन हो चुका है। उन्होंने भी यहां पूजा अर्चना कर मां के दर्शन प्राप्त किए थे।
nn
nn
साथ ही साथ यहां के टूरिज्म को एक नया आयाम देता यह मंदिर विश्व विख्यात माना जाता है ।
nn
nn
विश्व भर से यहां लोग दर्शन करने के लिए आते हैं।
nn
nn
नवरात्रि के पावन दिनों में क्या जबरदस्त भीड़ लगती है मां के भक्तों की , भक्त दर्शन कर अपनी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
nn
nn
यहां ज्वालामुखी शक्तिपीठ के अतिरिक्त भैरवनाथ ,मां कालीका, भगवान शिव सहित लगभग 18 प्रसिद्ध मंदिर यहां स्थापित है।
nn
जिनकी अलग-अलग महिमा है और अलग-अलग प्रभाव है।
nn
nn
nn
यहां की मान्यता के अनुसार नवरात्रि के पावन पर्व में मां के नव दिनों में अलग-अलग श्रृंगार किया जाता है और मां की उपासना की जाती है।
nn
nn
ज्वालामुखी मंदिर परिसर में दूर-दूर से तांत्रिक साधक आकर यहां अपनी सिद्धियां प्राप्त करते हैं और साधना करते हैं।
nn
nn
इस मंदिर में भव्य गेट और लगभग 60 फीट से ऊंचा गुंबज मंदिर की भव्यता और शौर्य को एक अलग पहचान देता है।
nn
nn
तो यदि आपको कभी सिंगरौली या बैढ़न जाने का अवसर मिले तो मां ज्वालामुखी शक्तिपीठ के दर्शन अवश्य करें।
nn
nn
इस भव्य मंदिर में अखंड ज्योति जल रही है लगभग 1000 से डेढ़ हजार वर्ष पहले से ही जो की गुफा मंदिर के अंदर मां वैष्णो देवी की पिंडी के समान मूर्तियों के साथ में रखी है।
nn
अखंडता के साथ और जल रही है मां ज्वालामुखी की शक्तिपुंज स्वरूप दिव्य अखंड ज्योति….!!!
nn
nn
मां की दिव्य ज्योति के दर्शन से होती है भक्तों की सभी मुराद पूरी…!!
nn
nn
इसी प्रकार की अपने सनातन धर्म संस्कृति से जुड़ी खबर के लिए जुड़े रहिए✍️🗞️ विंध्य वाणी न्यूज़ के साथ ✍️🗞️
nn
nn
nn
nn
nn