सतना। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अनुराग वर्मा ने सतना जिले में स्थित बावडियों, कुओं, बोरवेल, जल स्रोतों की संरचनाओं में सुरक्षात्मक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के अंतर्गत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेशानुसार नगर निगम, नगर परिषद, क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्रों में एहतियात के रूप में अलग-अलग कार्यवाहियाँ सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा संपूर्ण जिले में खतरनाक साबित हो सकने वाले कुओं, बावड़ी, बोरवेल, जलस्रोत आदि की जानकारी किसी के संज्ञान में आती है तो कलेक्टर कार्यालय में आपदा नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 07672-299425 पर सूचना देने को कहा गया है। जारी आदेश में नगरीय निकाय और ग्रामीण क्षेत्रों में अपने अधिकारियों के माध्यम से सभी बावडियों, कुओं, बोरवेल, जल संरचना, जल सारणी आदि का सर्वे कराया जाएगा। सूची संधारित कर स्थल का नाम, भूमि स्वामी, सर्वे नंबर तथा फोटो ग्राफ्स भी दर्ज किया जाएगा।
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nएक माह में अपर कलेक्टर को रिपोर्ट सांैपने के निर्देश
nखतरनाक संरचनाओं की सूची पृथक से बनाई जाएगी। खतरनाक सूची में शामिल संरचना के मामले में नियमों अधिनियमों के तहत अतिक्रमण हटाकर संबंधित व्यक्ति से सुरक्षात्मक प्रबंध कराए जाएंगे। एक माह के भीतर नगरीय निकाय और जनपद पंचायतों को कार्यवाही कर विस्तृत रिपोर्ट अपर कलेक्टर एवं अपर जिला मजिस्ट्रेट को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। इस कार्य में संबंधित क्षेत्र के कार्यपालक मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र में आवश्यक सहयोग कर सुरक्षा के समस्त उपाय सुनिश्चित कराएंगे। आदेश का उल्लंघन करने पर भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत अभियोजन की कार्यवाही की जाएगी। यह आदेश 31 मई 2023 तक प्रभावशील रहेगा। इस अवधि में उल्लंघन पाए जाने पर धारा 188 के तहत दंडनीय अपराध माना जाएगा।
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सतना। राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल ने रविवार को ओलावृष्टि और असामयिक वर्षा से प्रभावित रामनगर (सरियांचल क्षेत्र) के कुआं, पैपरखा सहित विभिन्न ग्रामों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने किसानों के खेतों में जाकर प्रभावित फसलों को देखा। राज्यमंत्री ने राजस्व अमले को जल्द से जल्द क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिये। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया। कि राजस्व अमला ओलावृष्टि के बाद से ही लगातार सर्वे कर रहा है और किसानों को शीघ्र राहत पहुँचाने के प्रयास किये जा रहे हैं। राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा कि यह क्षेत्र कृषि में काफी समृद्ध क्षेत्र है। ओलावृष्टि और असामयिक वर्षा से यहाँ गेहूँ, सरसों और अन्य फसलों को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सर्वे से कोई भी क्षेत्र वंचित नहीं रहे और सर्वे वास्तविक और जमीनी स्तर पर हो। राज्यमंत्री श्री पटेल ने किसानों से चर्चा की और राजस्व अमले को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।