रीवा। नगर निगम प्रशासन द्वारा विकास पर्व में लोकार्पण व भूमिपूजन में किए जा रहे बेफिजूल खर्ची को लेकर महापौर अजय मिश्रा बाबा ने निगमायुक्त संस्कृति जैन को पत्र लिखा है, लिखे गए पत्र में महापौर अजय मिश्रा बाबा ने साफ किया है कि जनता के द्वारा टैक्स के रूप में दी गई खून-पसीने की कमाई को भूमिपूजन व लोकार्पण में नेताओं की खुशी के लिए टेंट और साज सज्जा में खर्च न करें। महापौर ने पत्र में लिखा है कि समाचार-पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा 16 जुलाई से 14 अगस्त 2023 तक प्रदेश में विकास पर्व मनाया जा रहा है और फरवरी-मार्च 2023 में आयोजित विकास यात्रा की भांति नगर निगम रीवा क्षेत्रान्तर्गत कराए गये जाने वाले विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं हो चुके कार्यों का लोकार्पण कराने की तैयारी आपके द्वाराए मुझे इस विकास पर्व से दूर रखते हुए एवं मेरे संज्ञान में लाए बिनाए की जा रही है। आपने मप्र नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 के प्रावधानों, इसके अंतर्गत बनाए गये मप्र नगरपालिक मेयर इन काउंसिल के कामकाज का संचालन तथा प्राधिकारियों की शक्तियाँ एवं कर्तव्य नियम 1998 का अध्ययन अवश्य किया होगा। जिसमें यह प्रावधान है कि किसी भी वार्ड के निर्माण कार्य के प्रस्ताव पर यथास्थिति संबधित वार्ड पार्षद/महापौर/आयुक्त/क्षेत्रीय विधायक/ क्षेत्रीय सांसद की अनुशंसा सहमति लेनी होगी। इससे स्पष्ट है कि प्राथमिकता किसे दी जानी है, किन्तु माह फरवरी एवं मार्च 2023 में आयोजित विकास यात्रा में उक्त प्रावधान की अनदेखी की गई है।
n——–
nn
nn
nनियमों का दिया हवाला
nमहापौर ने पत्र में लिखा है कि मध्यप्रदेश शासन, सामान्य प्रशासन विभाग, मंत्रालय, वल्लभ भवन की अधिसूचना क्र. एफ. 1/5/2011.एक (1) भोपाल, दिनांक 23 सितम्बर 2014 द्वारा व्यक्तियों के श्रेणी एवं पद के संबंध में पूर्वताक्रम दर्शाने वाली सारणी में स्पष्ट प्रावधान किया गया है कि नगर निगम के महापौर उनकी अधिकारिता क्षेत्र में राज्य के उपमंत्री (अनुच्छेद-22 के नीचे) से नीचे की श्रेणी में होंगे और पूर्णता सारणी के क्रम राज्य के लिए तथा समारोह अवसरों के लिए है। जिसमें महापौर को उनके क्षेत्रान्तर्गत सांसद एवं विधायक से वरीयता दी जाकर क्रम निर्धारित किया गया है, किन्तु विकास यात्रा में इसकी भी अनदेखी की गई है। मुझे शंका नहीं, पूर्ण विश्वास है कि उपरोक्त नियम निर्देशों की आप पुन: अनदेखी करते हुए विकास पर्व में नगर निगम रीवा की निधि से कराए गये एवं कराये जाने वाले विकास कार्यों, जिसमें सांसद एवं विधायक रीवा द्वारा एक भी राशि अपने निधि से संभवत: नहीं दी गई है, उन्हीं के साथ आप लोकार्पण/शिलान्यास कराएंगे।
n———-
nn
nn
nरुपयों के दुरुपयोग पर नाराजगी
nमहापौर ने पत्र में कहा है कि विकास पर्व के नाम पर निगम निधिए जो जनसामान्य से सम्पत्तिकर एवं सम्बद्ध कर उपभोक्ता प्रभार आदि के रूप वसूली जा रही है, उससे अनावश्यक रूप से लोकार्पण/ शिलान्यास के आयोजन में पंडाल, फर्नीचर, एलईडी, साउंड सिस्टम, प्रचार माध्यम आदि से राशि व्यय की जावेगी, जो निगमहित एवं जनहित में नहीं है। नगर निगम रीवा क्षेत्रान्तर्गत किसी भी कार्य का लोकार्पण या शिलान्यास, पार्षद एवं महापौर से कराया जाना चाहिए और जिस कार्य का कार्यादेश हो चुका हो, उसी का भूमिपूजन कराया जाना चाहिये। इस संबंध में पदभार ग्रहण करने के साथ मैंने एक नारियल से कार्यों का भूमिपूजन/लोकार्पण कराने की प्रथा प्रारंभ की है। बिना पंडाल, फर्नीचर, एलईडी, साउंड सिस्टम के, इससे जहां एक ओर निगम की निधि के अपव्यय पर रोक लगी है। वहीं दूसरी ओर वार्ड के नागरिक सादे समारोह में अपनी सहभागिता पाकर हर्षित हो रहे हैं। इस प्रथा को एक बार विकास यात्रा के दौरान एवं अब पुन: विकास पर्व के दौरान तोड़ा जा रहा है, जिस पर मुझे आपत्ति है, और इसके लिए मैं आपको उत्तरदायी मानता हूँ।
n०००००००००००००००
nn