रीवा। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में मरीजों के साथ आयुष्मान के नाम पर ठगी करने वाली गैंग के दो सदस्यों को नौकरी से बाहर कर दिया गया। इसमें एक आयुष्मान मित्र और दूसरा लैब टेक्नीशियन शामिल है।
n चल रही है। आयुष्मान कार्ड के नाम पर कालाकारोबार चल रहा। आयुष्मान मित्र मरीजों के परिजनों को झांसे में लेकर हजारों रुपए ऐंठ रहे हैं। इनकी गिरफ्त में एक महिला मरीज के परिजन भी आए। इनसे 70 हजार रुपए मांगे गए थे। इसकी शिकायत परिजन ने प्रबंधन से की है। आयुष्मान मित्र के खिलाफ जांच शुरू हो गई है।
nसुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आयुष्मान कार्ड के नाम पर मरीजों से ठगी करने वाली एक गैंग सक्रिय थी। यह गैंग मरीजों के परिजनों से खुली लूट कर रही। किडनी, हार्ट और नसों का इलाज कराने आने वाले मरीजों को झांसे में लेकर लाखों रुपए ऐंठते हैं। आयुष्मान कार्ड के लिए अपात्र मरीजों को झांसा देते हैं। फ्री में इलाज कराने के नाम का प्रलोभन देते हैं। फर्जी तरीके से आयुष्मान कार्ड बनवाकर फिर इलाज में लगने वाली राशि का 50 फीसदी तक नगद ले लेते हैं। इस फर्जीवाड़ा का खुलासा शिकायत के बाद हुआ। इलाज के लिए रुपए मांगने की लिखित शिकायत अस्पताल प्रबंधन के पास की गई थी। मामले की जांच की गई। शिकायत में जिन कर्मचारियो के नाम सामने आए। उन्हें नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इसमें एक आयुष्मान मित्र और लैब टेक्नीशियन शामिल हैं। इसके अलावा अस्पताल में कार्यरत सभी आयुष्मान मित्रों को भी इधर से उधर कर दिया गया है।
nn
nn
nn
nn
nबाहर की एजेंसी से कराई जाएगी जांच
nमरीजों का फर्जी तरीके से आयुष्मान मित्र कार्ड बनाकर इलाज फ्री कराने वाली गैंग के कालकारनामों की जांच कराई जाएगी। इसके लिए बाहर की कंपनी या एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी है। अस्पताल में चल रहे इस फर्जीवाड़े को लेकर और भी कई निर्णय सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की बैठक में लिए जाएंगे।
nn
nn
nn
nn
nn
n70 हजार रुपए की किए थे मांग
nमनगवां से हार्ट का आपरेशन कराने के लिए मनगवां की एक गुप्ता फैमली ने बुजुर्ग महिला को भर्ती किया था। महिला के परिजनों से आयुष्मान मित्र और लैब टेक्नीशियन ने आयुष्मान कार्ड बनाने और इलाज फ्री कराने के एवज में 70 हजार रुपए की मांग की थी। यह राशि अस्पताल में जमा न कराकर खुद के लिए मांगे गए थे। इस मामले में ही शिकायत की गई थी।
nn
nn
nn
nशिकायत के बाद आयुष्मान मित्र और लैब टेक्नीशियन को बाहर कर दिया गया है। इसके अलावा सभी आयुष्मान मित्रों को इधर से उधर कर दिया गया है। आयुष्मान कार्ड की बाहर की एजेंसी से जांच कराई जाएगी।
nडॉ नीरज पटेल
nमेडिकल आफीसर, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल रीवा