रीवा। बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए इस बार रहट पीएचसी ने नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) के लिए पहली बार अप्लाई किया था और पहली बार मे ही यह परीक्षा को उत्तीर्ण कर लिया। यह उपलब्धि रहट पीएचसी के लिए अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि में से एक है।मुख्य खंड एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ.सुधाकर पांडेय ने बताया कि एनक्यूएएस सर्टिफिकेट के लिए रहट पीएचसी ने पहली बार आवेदन किया था और निरीक्षण के बाद टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें भारत सरकार द्वारा 30 मई को यह सर्टिफिकेट रहट पीएचसी को दिया गया है। जिला क्वालिटी मॉनिटर डॉ.हिमांगी मिश्रा ने बताया कि रहट पीएचसी की सुविधाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए यह सर्टिफिकेट सौंपा गया है। इस परीक्षा में पास होने के लिए 70 प्रतिशत अंक जरूरी होते हैं लेकिन रहट पीएचसी ने यह सर्वे कराते हुए इससे भी अधिक अंक प्राप्त किए हैं। बता दें कि रहट पीएचसी जिले का पहला पीएचसी है जिसे एनक्यूएएस सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है।
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nदो दिन तक चला था निरीक्षण
nबता दें कि एनक्वास का सर्वे करने आई दो सदस्यीय टीम में डॉ.दयानंद राव व डॉ.पीएन विद्यारन शामिल थे, उनके द्वारा गत 20 व 21 अप्रैल को दो दिनों तक रहट पीएचसी में सर्वे किया गया था। रहट पीएचसी की मरीजों को दी जाने वाली सुविधाएं, ओपीडी, आईपीडी, इमरजेंसी फार्मेसी लेब, रेडियोलॉजी, लेबर रूम सहित छह विभागों का निरीक्षण किया था। आपको बता दें कि इससे पहले जिले में जिला अस्पताल को दिसंबर 2022 में एनक्यूएएस सर्टिफिकेट दिया जा चुका है।
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nयह है फायदा
nएनक्यूएएस के मापदंडों के आंकलन के बाद अस्पताल के खरा उतरने पर रहट पीएचसी को यह सर्टिफिकेट दिया गया है। इसमें बेड के हिसाब से अस्पताल को पैसा दिया जाता है। इससे वह अपनी स्वास्थ्य सुविधाओं को और भी बेहतर कर सकता है। केंद्र सरकार से करीब 10 हजार रुपये प्रति बिस्तर अतिरिक्त मिलेंगे। अब यह सुविधा रहट पीएचसी को मिलेगी।
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nनेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) का सर्वे अप्रैल अंतिम में हुआ था। रहट पीएचसी ने यह परीक्षा पास कर यह सर्टिफिकेट हासिल किया है। जिले के पहले पीएससी को यह सर्टिफिकेट मिला है।
nडॉ. केपी गुप्ता, सीएमएचओ रीवा।
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