रीवा। जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था अब तो भगवान भरोसे की है, ऐसा कहना इसलिए गलत नहीं होगा क्योंकि इस वर्ष के शुरुआत से ही जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था में ग्रहण लगा हुआ है और आलम यह है कि 6 माह बीतने को आए लेकिन स्वास्थ्य विभाग में अब भी खींचतान मची हुई है। बीच में करीब 57 दिनों तक चली सीमएएचओ की कुर्सी की जंग एक बार फिर से शुरु हो गई है, दरअसल सीएमएचओ कार्यालय में एक बार फिर दो सीएमएचओ हो गए हैं। बता दें कि गत 16 जून को शासन द्वारा आदेश जारी करते हुए सीएमएचओ व सिविल सर्जन के प्रभार में रहे डॉ.केपी गुप्ता को निलंबित कर दिया था, हालांकि यह आर्डर रीवा तीन दिन बाद 20 जून को पहुंचा और इस आर्डर के पहुंचने के पूर्व ही डॉ.केपी गुप्ता अवकाश पर चले गए थे। 21 जून को कलेक्टर रीवा ने आदेश जारी कर डॉ.बीएल मिश्रा को सीएमएचओ का प्रभार दिया था। निलंबन की जानकारी होते ही डॉ.केपी गुप्ता ने हाईकोर्ट की शरण लेते हुए निलंबन के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिस पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने निलंबन पर स्टे दे दिया व निलंबन आदेश जारी करने वाले प्रमुख सचिव स्वास्थ्य सेवाएं को नोटिस जारी किया है व आगामी 14 अगस्त को अगली सुनवाई की जाएगी।
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nफिर से दो सीएमएचओ
nहाईकोर्ट के स्टे के बाद डॉ.केपी गुप्ता ने सीएमएचओ व सिविल सर्जन दोनो जगहो पर ज्वाईनिंग दे दी है, वहीं डॉ.बीएल मिश्रा पूर्व से कलेक्टर के आदेश पर कार्य कर रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर जिले में दो सीएमएचओ हो गए हैं। वहीं सिविल सर्जन की कुर्सी का प्रभार भी कलेक्टर ने डॉ.एनके पांडेय को दिया था, जिससे जिला अस्पताल में भी दो सिविल सर्जन हो गए हैं। बता दें कि एक बार फिर बनी इस स्थिति को फिलहाल प्रशासन ने क्लीयर नहीं किया है।
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n57 दिन चली थी कुर्सी की जंग
nबता दें कि वर्ष के शुरुआत में ही तत्कालीन सीएमएचओ डॉ.एनएन मिश्रा के आदेश को 8 माह बाद स्थगित करते हुए डॉ.बीएल मिश्रा को शासन ने सीएमएचओ का प्रभार दिया था, इस आदेश ने सब को हैरान कर दिया था, जिसके बाद डॉ.एनएन मिश्रा ने हाईकोर्ट की शरण ली तो उन्हें भी स्टे मिल गया और उन्होंने सीएमएचओ की कुर्सी पर फिर से ज्वाईनिंग दे दी लेकिन डॉ.बीएल मिश्रा भी शासन के आदेश के न आने की वजह से कुर्सी पर बने रहे, इस तरह से करीब 27 जनवरी 2023 से लेकर 21 मार्च 2023 तक सीएमएचओ की कुर्सी में जंग चलती रही और 57 दिन तक दो सीएमएचओ काम करते रहे। फिर डॉ.एनएन मिश्रा को हाईकोर्ट के निर्देश पर शासन ने दिया।
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n95 दिन बाद फिर वहीं हालात
nबता दें कि 21 मार्च को फिर से खत्म हुई सीएमएचओ की जंग के बाद 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त डॉ.एनएन मिश्रा ने सेवानिवृत्त पर डॉ.केपी गुप्ता को सीएमएचओ का प्रभार दिया था, इसके साथ ही वह सिविल सर्जन के प्रभार पर पहले से थे लेकिन बीते 16 जून को निलंबन आदेश जारी हुआ और फिर डॉ.बीएल मिश्रा सीएमएचओ बन गए। 95 दिन अब फिर से जिले में दो सीएमएचओ हो गए हैं, हालांकि डॉ.केपी गुप्ता ने शुक्रवार को ज्वाइनिंग दी और वह वापस चले गए सीएमएचओ का कार्य डॉ.बीएल मिश्रा ही कर रहे हैं लेकिन सोमवार से कुर्सी को लेकर जंग छिडऩे की चर्चाएं कार्यालय में जरूर होती रहीं।
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nचरमरा रही व्यवस्था
nबता दें कि इस खींचतान में जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा रही है, पूर्व में भी करीब डेढ़ माह तक डॉ.केपी गुप्ता को सीएमएचओ के वित्तीय प्रभार देने में स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी आनाकानी करते रहे। वहीं अब फिर से ऐसी स्थिति बन गई है कि जिले में दो सीएमएचओ और सिविल सर्जन हो गए हैं, अब देखना यह है कि इस स्थिति को प्रशासनिक अधिकारी स्पष्ट करेंगे या फिर पूर्व की तरह असमंजस में कई माह बीत जाएंगे। यदि ऐसा होता है तो जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था और खराब होना तय है।
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nकलेक्टर द्वारा मुझे सीएमएचओ का प्रभार दिया गया है, मेरे द्वारा कार्य भी किया जा रहा है। पीएम के कार्यक्रम की तैयारी पूरी है, आयुष्मान कार्ड का वितरण शनिवार को कराया जाएगा।
nडॉ.बीएल मिश्रा, सीएमएचओ रीवा।
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nनिलंबन के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई, जिसमें स्टे मिला है। अगली सुनवाई 14 अगस्त को है, सीएमएचओ और सिविल सर्जन दोनो के प्रभार में थे, ज्वाइन कर लिया है।
nडॉ.केपी गुप्ता, सीएमएचओ रीवा।
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