New update regarding the dead bodies of mother and sons hanging in Maihar Devi temple area, 136 days old dead body:सीधी. मां शारदा मैहर के अनन्य भक्त महिला और उसके दो जवान बेटों का 4 माह 16 दिन बाद मैहर देवी मंदिर के पीछे पहाड़ी में कंकाल मिला है। यह जानकारी सिटी कोतवाली थाना में पहुंचने पर पुलिस ने समीपी रामगढ़ निवासी मृतकों के घर पहुंचकर दी। साथ ही घर में मौजूद परिवार के मुखिया शेषमणि साकेत का बयान दर्ज किया। मृतक के परिजन मैहर अस्पताल पहुंच चुके हैं। चर्चा के दौरान रामगढ़ निवासी शेषमणि साकेत ने बताया कि उसकी पत्नी छोटकी साकेत 55 वर्ष, बेटा राजकुमार साकेत 30 वर्ष एवं दीपक साकेत 28 वर्ष मां शारदा के अनन्य भक्त थे। उसकी पत्नी छोटकी साकेत एवं बेटा राजकुमार साकेत के सिर पर मां शारदा की सवारी आती थी।
उस दौरान वह मां शारदा के संबंध में तरह-तरह की जानकारी देते थे। अभी जनवरी माह में भी उनके सिर पर माता की सवारी आई थी। उस दौरान मां शारदा का संदेशा देते हुए इनके द्वारा कहा जा रहा था कि तुम्हारा समय आ गया है मेरी सेवा करो। इसके बाद छोटकी साकेत अपने दोनों जवान बेटों के साथ 30 जनवरी 2024 को घर से मां शारदा मैहर देवी के धाम के लिए रवाना हुई थी। 1 फरवरी को बेटों के मोबाईल पर बात हुई थी। इसके बाद से दोनों बेटों का मोबाईल स्विच आफ बता रहा था। तीनों का कोई रता-पता नहीं था। शेषमणि साकेत का कहना था कि हमारा पूरा घर मजदूरी करके ही जीविकोपार्जन करता था।
पत्नी छोटकी साकेत अपने बेटों के साथ करीब 10-12 वर्ष से मां शारदा मैहर देवी के मंदिर में जा रहे थे। जब भी जाते थे 15-20 दिन वहां ठहरते थे और मां की पूरी आस्था एवं श्रद्धा के साथ पूजा-अर्चना करते थे। इनके न आने पर यही माना गया कि संभवत: मंदिर में जाने के बाद कोई विशेष पूजा-अर्चना कर रहे होंगे। इसी वजह से तीनों के बारे में कोई सुराग न मिलने पर पुलिस में गुमशुदगी रिपोर्ट भी नहीं की गई थी।
आज अचानक जानकारी मिली कि महिला और उसके दो बेटों का कंकाल मां शारदा देवी मैहर के मंदिर के पीछे पहाड़ी में पाया गया है। फांसी के फंदे में दोनों बेटों का लटकता हुआ मिला कंकाल मैहर स्थित मां शारदा मंदिर के पीछे स्थित पहाड़ी पर रविवार की शाम लगभग 5 बजे तीन लोगों के कंकाल मिलने की खबर मैहर देवी जी चौकी पुलिस को मिली थी। जिसके बाद पुलिस के बड़े अधिकारियों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुुंच गए।
पहाड़ी पर स्थित जंगल में दो युवकों के कंकाल पेंड़ पर फांसी के फंदे से लटकते हुए मिले वहीं महिला का कंकाल जमीन पर पड़ा मिला। महीनों पुराने कंकाल होने के कयास लगाए जा रहे थे। पेंड़ पर फांसी के फंदे में लटके दोनो कंकालों के ऊपर जैकेट मौजूद थी। जबकि पेंड़ के नीचे महिला कंकाल के ऊपर साल रखा हुआ इससे कयास लगाए जा रहे थे कि घटना के वक्त ठंड का मौसम रहा होगा। चार महीने बाद शव पूरी तरह से नष्ट होकर कंकाल में तब्दील हो चुके हैं।