राजनैतिक पेंच की चर्चा
मीडिया सूत्रों की माने तो नगर निगम में इन दिनो अधिकारी-कर्मचारियों की जिम्मेंदारी में राजनैतिक पेंच ज्यादा पड़ रहा है, पूर्व में रहे आईएएस तो अधिकारी-कर्मचारियों की कार्यकुशलता के अनुसार ही जिम्मेदारी देते थे लेकिन वर्तमान आयुक्त की अलग ही कार्यप्रणाली है। निगम में चर्चा के अनुसार राजनैतिक इशारों पर निगमायुक्त द्वारा अधिकारी-कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी जाती हैं, यहीं वजह है कि अब तक जोन क्रमांक 3 में सहायक यंत्री की कुर्सी खाली पड़ी है। पूर्व में भी कुछ ऐसे बदलाव किए गए हैं जो समझ के परे है। राजनैतिक पेंच ने निगम की कार्यालीन व्यवस्था को लचर कर दिया है।
जनता के काम प्रभावित
बता दें कि निगम में चल रही इस खींचतान के चलते जनता के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सहायक यंत्री नहीं होने से निर्माण सहित अन्य फाइलें डंप पड़ी हैं। हैरानी इस बात की है कि किसी भी कर्मचारी की सेवानिवृत्त से पहले से ही आदेश जारी कर दिए जाते थे लेकिन इस बात के16 दिन बीत जाने के बाद भी आदेश जारी नहीं हुए। आयुक्त की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा किया जा रहा है।
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