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Leaving aside public welfare issues, Congress MLAs are targeting liquor business:रीवा। विंध्य क्षेत्र की बघेली भाषा में एक कहावत है सूंपा बोलय तो बोलय चलनी का बोलय… कुछ ऐसा ही हाल इन दिनों रीवा जिले के सेमरिया से कांग्रेस विधायक का है जो कभी खुद उदित इन्फ्रा कंपनी के नाम पर पूरे जिले में शराब का ठेका चलाते थे आज वह उसी कारोबार को लेकर जिला प्रशासन व पुलिस विभाग को घेरते हुये गंभीर आरोपों की रट लगाए बैठे है।
दरअसल सेमरिया से कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा इन दिनों जनहितैषी मुददों को छोडकर लगातार आबकारी विभाग, पुलिस विभाग और जिला प्रशासन के पीछे हाथ धोकर पीछे पडे है और खुलेतौर पर बिना किसी सबूत के आईपीएस व आईएस जैसे पदों पर बैठे एसपी व कलेक्टर पर पैसे लेने का आरोप लगा रहे है।
हालाकि विधायक जी हर बार खाली हाथ आरोप लगाकर सुर्खिया बटोर रहे है लेकिन उनके द्वारा अब तक ऐसा कोई सबूत नहीं दिया गया जिससे यह साबित हो सके कि जिले में शराब कारोबार के नाम पर एसपी और कलेक्टर पैसा ले रहे है।माना जा रहा है कि विधायक जी जिस तरह से आरोप लगा रहे है उस पर सवाल यह है कि क्या विधायक जी भी एसपी और कलेक्टर को पैसा देते थे…चूंकि यह बात वह खुद कहते नजर आ रहे है कि मैने यह सब बेहद ही करीब से देखा है।
विधायक जी खुद शराब कारोबार करने की बात को खुलकर ना कहते हुये इसे बेहद ही करीब से देखने की बात करते हुये आरोप लगा रहे है कि पुलिस विभाग में नीचें से लेकर उपर तक पैसे बांटे जा रहे है।फिलहाल आज विधायक अभय मिश्रा एक बार फिर कांग्रेसजनों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और एसपी कार्यालय का घेराव करते हुये जिले में नसे के कारोबार पर अंकुश लगाने की मांग करते हुये ज्ञापन पत्र सौंपा है।कांग्रेस द्वारा एसपी कार्यालय का घेराव करने के दौरान आज एक बार फिर सेमरिया विधायक नें जिले के एसपी व कलेक्टर सहित आबकारी विभाग पर वहीं रटा रटाया आरोप लगाया।
गौरतलब है कि रीवा जिले के एकलौते कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा इन दिनों क्षेत्र और जिले के जनहितैसी मुददों को छोडकर सिर्फ और नशे के कारोबार को मुददा बनाकर बैठे है।विधायक जी द्वारा नशे के खिलाफ लगातार उठाई जा रही आवाज और लगाए जा रहे आरोपों से मानो ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे विधायक जी नें नश मुक्ति का अभियान छेड रखा हो। बहरहाल इस खबर को दिखाने और बताने का उद्देश्य किसी को सही या गलत ठहराना नहीं बल्कि हमारा उददेष्य है कि अगर आरोप है तो उसके सबूत भी होने बेहद ही जरूरी है ताकि हम भी उसे प्रमुखता से दिखा सके।