big-problem-in-rewa-collectorate-office:रीवा। जिनके कंधों पर पूरे जिले में पेयजल व्यवस्था का भार है वह स्वयं प्यासे हंै। हम बात कर रहे हैं जिले के कलेक्ट्रेट कार्यालय की। यहां गर्मी का सीजन शुरू होते ही वाटर प्यूरी फायर कम वाटर कूलर खराब हो गया जिसका अभी तक सुधार नहीं हो पाया है। नतीजतन कार्यालयीन कर्मचारियों को अपनी प्यास बुझाने के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है। घर से एक दो बॉटल पानी सभी कर्मचारी लाते हैं लेकिन दोपहर तक सब खत्म हो जाता है।
कार्यालय का वाटर प्यूरी फायर खराब है तो डिब्बे वाले पानी की व्यवस्था करायी जानी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। इस बात की जानकारी कार्यालय प्रमुख को भी दी गई लेकिन उनके द्वारा कोई ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है। सुबह साढ़े 10 बजे से शाम 6 बजे तक दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारियों को विशेष परेशानी का सामना करना पड़ता है। कुछ को लंच करने के लिए भी पानी नहीं मिलता। कलेक्ट्रेट परिसर में ट्यूबवेल तो है लेकिन उसका पानी इतना खारा है कि हलक के नीचे उतरता ही नहीं है। प्यास बुझाने के लिए अगर लगातार 15 दिन ट्यूबवेल का पानी पी लें तो पथरी होना तय है। इसलिए कार्यालयीन कर्मचारी बोर का पानी पीने से डरते हैं।
कलेक्टर न्यायालय का एसी भी खराब : कलेक्ट्रेट का केवल वाटर कूलर ही नहीं, एसी भी खराब है। कार्यालयीन कर्मचारियों की मानें तो कलेक्टर न्यायालय का एसी चुनाव के समय से ही खराब है। नामांकन दाखिले के समय व्यवस्था की गई थी, उसके बाद हटा दिए गए। नौतपा में कलेक्ट्रेट के कर्मचारी तप रहे हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं है। एसी के नाम पर यहां कूलर तक की व्यवस्था नहीं है।
कौन सुधारेगा, पता ही नहीं
कलेक्ट्रेट बिल्डिंग का निर्माण पूरा कर उसे बिल्डर द्वारा जिला प्रशासन को हैंड ओवर किया जा चुका है। उसकी गारंटी अवधि भी पूरी हो चुकी है। बताया जाता है बिल्ंिडग की व्यवस्था की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी व विद्युतीकरण की व्यवस्था की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी विद्युत यांत्रिकी विभाग की होनी चाहिए। इस संबंध में जब विद्युत यांत्रिकी विभाग के प्रभारी कार्यपालन यंत्री से बात की गई तो उनके द्वारा कहा गया कि कलेक्ट्रेट भवन के किसी भी कार्य व्यवस्था का जिम्मेदार कलेक्टर हैं, उनका विभाग नहीं है। कार्यालयीन कर्मचारियों को फोन करने पर ईई पीडब्ल्यूडी विद्युत यांत्रिकी ने दो टूक जवाब भी दे दिया है। ऐसी परिस्थिति में कलेक्ट्रेट के कर्मचारी पानी पीने के लिए कहां से लाएं या जाएं, समझ से परे है।
चंदा कर खरीद रहे पानी
कुछ कर्मचारी आपस में चंदा कर पानी का डिब्बा मंगा कर प्यास बुझा रहे हैं। लेकिन उन डिब्बों की रखने की भी समस्या है। स्थापना शाखा कक्ष 13 में कई कर्मचारी आपस में चंदा कर पानी मंगाते हैं।