The debt on the farmers of Rewa has increased so much, you will be surprised to know:जिले में सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को जीरो प्रतिशत ब्याज सहकारी बैंक के द्वारा ऋण प्रदान किया जाता है। नए सत्र खरीफ 2024 में लगभग 4430 किसानों ने सहकारी समितियां के माध्यम से 12 करोड़ 11 लाख का ऋण प्राप्त किया है। जिले में किसानों को 148 समितियां द्वारा के्रडिट कार्ड के माध्यम से नकदी व खाद-बीज के लिए जीरो प्रतिशत पर ऋण प्रदाय किया जाता है।
इस ऋण को एक समय अवधि में किसानों को चुकना पड़ता है। बताया गया कि जिला सहकारी बैंक से खरीफ सीजन में ऋण लेने वालों को 30 अप्रैल तक का समय दिया जाता है। एक समय अवधि पर अगर ऋण अदा नहीं किया जाता तो 12 प्रतिशत के करीब ब्याज दिया जाता है। यही कारण है कि किसन बोनी के पहले खाद-बीज व नकदी के लिए समितियों के माध्यम से ऋण प्राप्त करते हैं। जिला सहकारी बैंक से मिली जानकारी के मुताबिक खरीफ 2023 में 19510 किसानों को समितियों के माध्यम से 43 करोड़ 38 लाख रुपए का ऋण दिया गया था, जिसकी अंतिम तिथि 30 अप्रैल थी।
18449 किसानों से 41 करोड़ 59 लाख रुपए की वसूली की गई है। वहीं 1061 कृषक ऐसे हैं, जिनसे 1 करोड़ 69 लाख रुपए की वसूली होना बाकी है। वर्ष 2023-24 रबी सीजन में 30096 किसानों ने ऋण लिया था। यह ऋण 148 सहकारी समितियों के माध्यम से मिला था। जिसमें 61 करोड़ 73 लाख रुपए का कृषकों का ऋ ण सैंशन किया था।
जिसके अदायगी की अंतिम तिथि 15 जून तक है। बताया गया कि 4430 किसानों ने 12 करोड़ 11 लाख रुपए जमा कर दिए हैं, वहीं 2566 किसानों ने 49 करोड़ 61 लाख रुपए अभी तक जमा नहीं किए हैं, जिसको चुकता करने की अवधि 30 जून तक है। इस समयाविध में कर्ज न चुकाने वाले किसानों को 12 प्रतिशत ब्याज अदा करने होंगे।