रीवा। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शनिवार को ब्लड प्रेशर की गंभीर बीमारी से पीडि़त महिला का उपचार किया गया। बताया गया कि 23 वर्षीय महिला रेसिस्टेंट रिनोवस्कुलर हाईपरटेंशन बीमारी से ग्रसित थी। इसके चलते कई बार गर्भ धारण में समस्या आ रही थी। यह ब्लड प्रेशर का एक ऐसा प्रकार है जो कि सभी प्रकार की दवाइयों को देने के बाद भी कंट्रोल नहीं हो रहा था। जांच में पाया गया कि महिला की किडनी में दोनों नसों में ब्लॉकेज है, वह 99 प्रतिशत ब्लॉक हो चुकी हैं।
सुपर स्पेशलिटी में चिकित्सकों ने इसे तत्काल खोलने का निर्णय लिया। जिसके बाद कार्डियोलॉजी विभाग केश लैब में रनल एंजियोप्लास्टी नामक प्रक्रिया के माध्यम से दोनों नसें एक साथ खोली गईं तथा स्टेटिंग की प्रक्रिया संपन्न की गई। ऑपरेशन के उपरांत महिला का ब्लड प्रेशर में तुरंत ही कंट्रोल हो गया। मरीज का सफल इलाज करने वालों में डॉ. व्हीडी त्रिपाठी(डीएम), डॉ. प्रदीप कुर्मी, डॉ. हिमांशु गुप्ता के साथ तकनीशियन ज मिश्रा, सत्यम, मनीष और सुमन तथा नर्सिंग स्टॉफ में अकांक्षा मौजूद रहीं। विशेषज्ञ डॉ.व्हीडी त्रिपाठी ने बताया कि यह ब्लड प्रेशर का एक ऐसा प्रकार है जो कि कई दवा देने के बाद भी कंट्रोल नहीं हो पाता है। इसके कई बड़े कारण जैसे जीवन शैली और अनवांशिक कारक, धूम्रपान, अधिक वजन या मोटापा होना, पर्याप्त शरीरिक गतिविधि नहीं करना, बहुुत अधिक नमक खाना, स्थिति से संबंधित कारक, बहुत ज्यादा शराब, बुढ़ापा, उच्च रक्तचाप का परिवारिक इतिहास, गुर्दा रोग सहित हैं।
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