रीवा। अमेरिकी बैकों से सब्सिडी दिलाने और एथेनॉल प्लांट डलवाने के नाम पर रीवा के एक व्यापारी के साथ लाखों रूपये की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। ठगी का शिकार हुए तुषार ताम्रकार ने बताया कि उसे करोड़ों रूपये का प्लांट डलवाने का सब्जबाग दिखाया गया और उससे लाखों रूपये की ठगी कर ली गई। बताया कि प्लांट डलवाने के लिए सारी औपचारिकतायें पूरी करने में पहले 70 लाख रूपये मांगे गए जिसमे से वह 36 लाख रूपये दे चुका था। शेष रकम देने ही वाला था कि उसे फर्जीवाड़े की आशंका हुई और उसने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की। मामले को सिविल लाइन थाना प्रभारी ने गंभीरता से लिया और आरोपी को गिरफ्तार कर अगली कार्रवाई के लिए उसे अमहिया थाना पुलिस को सुपुर्द कर दिया।
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पहले वेयरहाउस डालने की बनी बात
बताया गया है कि रीवा व्यापारी तुषार ताम्रकार जो मेडिकल स्टोर संचालक है, को पहले वेयर हाउस स्वीकृत कराने का भरोसा दिलाया गया। इसके लिए जमीन से लेकर खर्च होने वाले बजट की चिंता न करने की भी बात ठगों ने उससे कही। इसके लिए पहले डीपीआर बनवाने की बात हुई जिसमें 70 लाख रूपये खर्च होना बताया गया। े 36 लाख रूपये पीडि़त द्वारा ठगों को दे भी दिया गया था।
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प्लान बदला तो बढ़ गई रकम
ठगों ने रीवा व्यापारी को पहले वेयरहाउस डालने का प्लान बताया और इसके एवज में 36 लाख रूपये ऐठने के बाद उनमे लालच सवार हो गई। वह अब वेयर हाउस डलवाने के प्लान को कैंसिल कर एथेनॉल प्लांट डलवाने का भरोसा दिलाया। बताया कि यह उससे भी ज्यादा बेहतर और ज्यादा फायदे वाला प्रोजेक्ट है। इसे शुरू करने में 152 करोड़ रूपये खर्च होंगे। बताया कि इसका डीपीआर बनवाने में भी उससे ज्यादा पैसे करीब डेढ़ करोड़ रूपये लगेंगे। कई सालों से जान पहचान होने के चलते रीवा व्यापारी तुषार उन पर भरोसा कर बैठा और शेष रकम देने तैयार हो गया।
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दोस्तों और सीए ने दी समझाइश
मेंडिकल व्यापारी तुषार ताम्रकार की आंखे उस वक्त खुलीं जब उसने अपने दोस्तों एवं सीए से इस प्रोजेक्ट के बारे में चर्चा की। यह जानकारी होते ही कि वह एक बड़ी ठगी का शिकार हो रहा है, वह एलर्ट हो गया और शेष रकम देने ठग को रीवा बुला लिया।
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होटल में रुका था ठग
बताया गया है कि शेष रकम लेेने बंगाल निवासी तन्मय मजूमदार रीवा पहुच गया और एक स्थानीय होटल में अपने मित्र पंकज रघुवंशी के साथ रूका हुआ था। जिनमें से एक को शिकायत मिलने पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है वहीं तन्मय फरार बताया जा रहा है।
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नरसिंहपुर में डालने की थी तैयारी
बताया गया है कि एथेनॉल प्लांट नरसिंहपुर में डालने की तैयारी की जा रही थी। इसके लिए आवश्यक भूमि एवं खर्च होने वाले बजट की चिंता न करने का भरोसा ठगों ने तुषार को दिलाया था, जो जांच में सब कुछ फर्जीवाड़ा साबित हुआ। पीडि़त ने बताया कि पंकज रघुवंसी से उसकी करीब पांच वर्षोंे से जान-पहचान थी। उस पर भरोसा था। उसके माध्यम से ही तन्मय मजूमदार से परिचय हुआ और वह इन पर भरोसा कर बैठा
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7 प्रतिशत खुद खर्च करने पड़ेंगे
बताया कि उसे भरोसा दिलाया गया था कि 152 करोड़ के प्रोजेक्ट में उसे केवल 7 प्रतिशत रकम ही खर्च करनी पड़ेगी। कहा कि जमीन उपलब्ध कराने से लेकर अमेरिकी बैंकों से सब्सिडी दिलाने, डीपीआर बनवाने और स्वीकृति दिलाने की जिम्मेदारी इन ठगों द्वारा ली गई थी। लेकिन सब कुछ फर्जी साबित हुआ।
….वर्जन…
एथेनॉल प्लंाट डलवाने के नाम पर रीवा के व्यापारी से 36 लाख रूपये लिए जा चुके थे, शेष रकम देने की तैयारी थी, शिकायत मिलने पर इसे संज्ञान मे लिया गया और एक आरोपी को गिरफ्तार कर अगली कार्रवाई के लिए अमहिया थाने को सुपुर्द किया गया है।
-हितेन्द्रनाथ शर्मा, थाना प्रभारी सिविल लाइन रीवा
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