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भोपाल। राजधानी में इन दिनों सबसे चर्चित मामले भोपाल की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में यौन शोषण के मामले में दो छात्राओं ने प्रो. तपन मोहंती के खिलाफ सेक्सुअल हैरेसमेंट का एफआईआर दर्ज कराया है। महिला थाना पुलिस ने उनके खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज की हैं। इस मामले ने पूरे शिक्षा जगत को शर्मसार कर दिया है। प्रोफ़ेसर की मनमानी और शोषण का खुलासा धीरे-धीरे लग रहे आरोपो और सामने आ रहे मामलों से खुलासा हो रहा है। बता दें कि इस मामले के खुलासा के बाद लोंगो के मन में एक ही सवाल है कि आखिर इस व्यक्ति को प्रोफेसर कहा जाए या फिर शोषण करने वाला दरिंदा? हालांकि ऐसा उन पर लग रहै आरोपो के चलते कहा जा रहा और आरोप कितने सही है वह जांच में सामने आएगा। यही प्रो मोहंती का भी कहना है कि जांच करा ली जाए हकीकत सामने आ जायेगी।
क्या है मामला…
छात्राओं को लेकर थाने पहुंचे स्टूडेंट्स एसोसिएशन के छात्रों ने दावा किया कि सात दिन की काउंसिलिंग के बाद छात्राएं ने हिम्मत जुटाई और मामले की पुलिस से शिकायत करने को रेडी हुईं। बताया कि प्रोफेसर मोहंती पर पिछले बीते बीस साल से छेड़खानी और महंगे तोफे लेकरके परीक्षा में अच्छे मार्क्स देने जैसे गंभीर आरोप लगते रहे हैं। इतना ही नही विवि में अपने चहेतों को को गलत तरीके से टेंडर दिलवाने का काम भी किया और यह भी आरोप हैं कि जिन-जिन लोगों ने मोहंती के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश की, उनका पूरा भविष्य बर्बाद कर दिया गया। मोहंती विवि में प्रवेश के बाद से ही कुछ चुनिंदा छात्राओं पर नजर डालने लग जाता है। उसकी हरकतों की वजह से छात्राएं उसकी क्लास तक अटेंड करने से बचती हैं। आरोप है कि प्रो मोहंती इतना प्रभावशाली है विवि में कि उसके खिलाफ आज तक कोई कार्यवाही नही हो सकी। यही कारण है कि उसका विरोध बड़े स्तर तक नहीं पहुंच पाया। छात्रों ने आरोप लगाया कि मोहंती ने 200 से अधिक छात्राओं के साथ गंदी हरकत की है। अधिकतर छात्राएं डर की वजह से सामने नहीं आना चाहतीं।
विवि भी प्रो मोहंती के कारनामो से परेशान
वही छात्राओ का आरोप है कि विवि भी प्रो मोहंती के खिलाफ हो रही कार्यवाही में सपोर्ट में है। यूनिवर्सिटी भी चाह रही है कि प्रोफेसर मोहंती पर लगे आरोपों का सच सबके सामने आए। छात्रों के मुताबिक वाइस चांसलर वी विजय कुमार ने मोहंती के सामने दो ऑप्शन रखे है। फर्स्ट – वो इस्तीफा दे दें या फिर दूसरा उन पर क्रिमिनल केस चलाया जाए। 15 मिनट तक सोचने-विचारने के बाद मोहंती ने इस्तीफा दे दिया। छात्रों ने आगे कहा कि इस्तीफा तो सिविल मामला है, लेकिन छात्रों के पास क्रिमिनल केस दर्ज कराने का पूरा अधिकार है और वह कार्यवाही कराकर रहेंगे। छात्रों ने बताया कि उनके पास प्रो. मोहंती के खिलाफ टेक्स्ट मैसेज से लेकर वीडियो कॉल जैसे सबूत हैं। जो उन्हें छात्राओं ने भेजे हैं।