रीवा। प्राइवेट कंपनियों ने टैरिफ महंगा क्या किया बीएसएनएल के अच्छे दिन आ गए। नंबर पोर्ट कराने वालों की लाइन लगी है। 50 दिनों में 10 हजार आइडिया, एयरटेल, जियो और वोडा के नंबर बीएसएनएल हो गए हैं। बीएसएनएल का सस्ता प्लान और टैरिफ लोगों को खूब रास आ रहा है।
बीएसएनएल भले ही सरकारी कंपनी हो लेकिन इस कंपनी के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ा है। एक तरफ जहां निजी मोबाइल नेटवर्क कंपनी ने लोगों के जेब पर डाका डालना शुरू कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ बीएसएनएल ने राहत दी है। लॉकडाउन और कोरोना के बाद लोगों की हालत वैसे भी खराब थी। उस पर मोबइल नेटवर्क कंपनियों ने ग्राहकों को लूटने में कसर नहीं छोड़ी। सभी कंपनियों ने एक साथ रिचार्ज और टैरिफ प्लान के रेट बढ़ा दिए। अब पहले की तुलना में 20 से 25 फीसदी रिचार्ज महंगे हो गए है। इसमें भी कई प्लान लोगों की पहुंच से दूर हो गए हैं। सिर्फ एक महीने की वैलिडिटी वाले प्लान ही दो सौ के पार पहुंच गए हैं। ऐसे में ग्राहकों के लिए बीएसएनएल राहत देने वाली कंपनी बन गई है। बीएसएनएन ने प्लान के दरों में बढ़ोतरी नहीं की। यही वजह है कि अब बीएसएनएन प्राइवेट मोबइल नेटवर्क कंपनियों को टक्कर देने लगा है। हद तो यह है कि रीवा जैसे शहर में सिर्फ 50 दिनों में बीएसएनएल आफिस में करीब 10 हजार नंबर पोर्ट हुए हैं। बीएसएनएल लोगों की पसंद बन गया है। हर दिन यहां लोग नंबर पोर्ट कराने और नए नंबर लेने पहुंच रहे हैं।
सबसे अधिक इन्हें लगा झटका
टैरिफ के दाम बढ़ाए जाने के बाद सबसे अधिक झटका एयरटेल, आइडिया, वोडाफोन और जियो को लगा है। इन सभी कंपिनयेां के ग्राहकों ने बीएसएसएल का नंबर ज्वाइन कर लिया है। पुरानी कंपनी को बीएसएनएल में पोर्ट करा लिया है। मोबाइल नेटवर्क कंपनी में यह बदलाव निजी कंपनियों के लिए परेशानी का सबब बन कर सामने आएगा।
दुकानों में पोर्ट कराने से रहें सावधान
ग्राहक नंबर पोर्ट कराने में भी सावधान रहें। बीएसएनएल आफिस में ही नंबर पोर्ट कराएं। बाहर दुकानों से कराने वालों के नाम से एक नंबर की जगह तीन सिम एक्टिव की जा सकती है। इसका पूरा फायदा दुकानदार उठाते हैं। एक नंबर पोर्ट करने की जगह तीन नंबर चालू कर लेते हैं। एक नंबर तो पोर्ट कर ग्राहक को देंगे, लेकिन दो और नंबर बिना पहचान पत्र के एक्टिव सिम किसी और को बेच देंगे। इस एक्टिव सिम का कोई भी दुरुपयोग कर सकता है। ऐसे में परेशानी से बचने के लिए ग्राहक बीएसएनएल में ही नंबर पोर्ट कराएं।
इतने सस्ते हैं प्लान
निजी कंपनियों द्वारा सिर्फ मोबाइल नंबर जीवित रखने या वैलिडिटी के लिए न्यूनतम 100 रूपये तक का रिचार्ज अब कर रही हैं, जिससे मात्र 28 दिन ग्राहक को इनकमिंग व आउटगोइंग की सेवा मिल सके। इसके विपरीत बीएसएनएल में 19 रूपये से लेकर 23, 24, 27, 41 और 57 रूपये तक के रिचार्ज में 30 दिन की वैधता मिलती है, जिसमें 1 पैसा सेकेंड अथवा 20 पैसा मिनट जैसे टैरिफ प्लान एक्टिव रहते हैं।
बीएसएनएल नेटवर्क की खास बातें
– निजी कंपनी की कॉलिंग पल्स रिंग के साथ ही प्रारम्भ हो जाती है, जबकि बीएसएनएल की कॉलिंग पल्स फोन उठने के साथ शुरू होती है।
– मोबाइल नम्बर में आउटगोइंग की वैधता 30 दिन मिलती है, जबकि निजी कंपनी 28 दिन के हिसाब से एक महीने की वैधता तय करती हैं।
– दूसरी कंपनियों की अपेक्षा हर तरह के रिचार्ज सस्ती दर पर उपलब्ध हैं।
– बीएसएनएल में 319 जैसे कुछ अन्य रिचार्ज पर केवल अनलिमिटेड कॉलिंग फ्री मिलने जैसे प्लान है, जिसका उपयोग आप की-पैड वाले मोबाइल पर कर सकते हैं। इसके उलट निजी कंपनी इंटरनेट के बिना ऐसे कोई प्लान ग्राहकों को नहीं देती।
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