रीवा। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन में पीजी व एमडी की सीटे शुरु करने व एक विभाग में सीट बढ़ाने को लेकर मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय की तीन सदस्यीय टीम ने मंगलवार को निरीक्षण किया। निरीक्षण में व्यवस्थाएं ठीक मिलने का दावा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन कर रहा है। यदि यह हकीकत हुई तो अब प्रस्ताव एमसीआई को भेजा जाएगा और कॉलेज के दो विभागों में पीजी व एमडी की पढ़ाई प्रारंभ हो सकेगी। बता दें कि श्यामशाह मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी एवं रेडियोलॉजी विभाग संचालित है, लेकिन यहां पर एमडी व पीजी की पढाई नहीं नहीं हो रही थी। ऐसे में इन विषयों पर रुचि रखने वाले एमबीबीएस पास आउट चिकित्सकों को दूसरे कॉलेज से पीजी व एमडी का कोर्स करना पड़ता था। छात्रों की इस समस्या को दूर करने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने पहले तो इससे जुड़ी सभी व्यवस्थाएं बनाई और इसके बाद आवेदन का प्रस्ताव का तैयार किया गया। बताया गया कि प्रस्ताव एमसीआई को भेजने के पहले विवि की एनओसी जरूरी होती है जिनको लेकर मंगलवार को विवि से तीन सदस्यीय दल ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर निरीक्षण किया। प्रबंधन का दावा है कि सीटें शुरु करने व बढ़ाने को लेकर विवि की टीम संतुष्ट रही।
———–
इस प्रकार से तैयार है प्रस्ताव
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के अनुसार कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी विभाग में 4 पीजी सीट व रेडियोलॉजी विभाग में 6 एमडी सीट प्रारंभ करने की अनुमति लेने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसके अलावा इसके अलावा एक मानसिक रोग विभाग में एक सीट पीजी की बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार है। जिसको लेकर कवायद की जा रही है। यहां पूर्व से चार सीटे संचालित है इसे पांच मेडिकल कॉलेज प्रबंधन करना चाहता है। यदि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की यह मंशा पूरी होती है तो एसजीएमएच व जीएमएच में चिकित्सकों की कमी दूर होगी और मरीजों की उपचार सुविधाओं का ग्राफ बढ़ेगा।
————–
इस प्रकार हुआ निरीक्षण
मध्य प्रदेश आर्युविज्ञान विश्वविद्यालय की तीन सदस्यीय टीम मेडिकल कॉलेज पहुंची थी। टीम में डॉ.विक्रांत कबीरपंथी, डॉ.अभिषेक गौड़ एवं डॉ.अतुल पाण्डेय शामिल थे। टीम ने कई घंटे तक विभाग की क्लॉस, प्रयोगशाला समेत वार्ड का निरीक्षण किया। इसके बाद रिपोर्ट तैयार कर वापस लौट गई। टीम ने मानसिक रोग विभाग का भी निरीक्षण किया है। यहां पदस्थ चिकित्सकों से जानकारी तलब की है। बताया जा रहा है कि मानसिक रोग में भी जल्द ही पीजी की एक सीट बढ़ा दी जाएगी। सब कुछ ठीक रहा तो अगले वर्ष से कॉलेज के दो विभागों में पीजी व एमडी की कक्षाएं व मानसिक रोग विभाग में एक सीट और शुरु हो जाएगी।
———–
मेडिकल कॉलेज की तरफ से माइक्रोबायोलॉजी एवं रेडियोलॉजी विभाग में पीजी व एमडी कक्षाएं शुरु करने व मानसिक रोग विभाग में एक पीजी सीट बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार है। इसी को लेकर विवि की टीम ने निरीक्षण किया है। अब प्रस्ताव एमसीआई को भेजा जाएगा।
डॉ. अवतार सिंह, अधीक्षक एसजीएमएच रीवा