रीवा। जिले के लिए बड़ी उपलब्धियों में एक और बड़ी उपलब्धी खाते में आई है। रीवा के मूक बधिर शासकीय विद्यालय को ईट राइट कैंपस घोषित किया गया है। बता दें कि मूक बधिर कैटेगरी विद्यालयों में रीवा जिले के मूक बधिर विद्यालय ने देश भर के तमाम विद्यालयों को पछाड़कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इसके पूर्व प्रदेश भर में ही नहीं बल्कि देश में अब तक किसी भी मूक बधिर विद्यालय संस्थान को ईट राइट कैंपस चुने जाने का गौरव हासिल नहीं हो सका है। भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण द्वारा ईट राइट कैंपस का प्रमाण पत्र भी जिले के उक्त विद्यालय को जारी किया गया है। इस बात की जानकारी लगते ही तमाम प्रशासनिक अधिकारियों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने खुशी जाहिर की है। गौरतलब है कि शासन के निर्देश पर शैक्षणिक संस्थानों, होटल, अस्पतालों में संचालित कैंटीन में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने, स्वच्छ एवं संतुलित खाद्य पदार्थ दिये जाने को प्रोत्साहित करने की योजना है। इसके तहत जिले के खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा कई संस्थानों को इसके लिए चिन्हित किया गया था। विभागीय अधिकारियों द्वारा चिन्हित सभी संस्थानो के कैंटीन में मानक के अनुसार तैयारी करवाई गई थी। जिसमें से मूक बधिर विद्यालय सहित 7 संस्थानों को ईट राईट कैंपस का प्रमाण पत्र जारी किया गया। हालाकि इसके अलावा कई और स्कूल, कॉलेज, वर्क प्लेस, हास्पिटल, आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं अन्य संस्थानों को ईट राइट कैंपस के तौर पर विकसित करने का प्रयास विभागीय अधिकारियों द्वारा किया गया था। इसके लिए प्रशिक्षण देने से लेकर अन्य तैयारियां करवाई गई थी। लेकिन देश भर के तमाम मूक बधिर विद्यालयो में केवल जिले के मूक बधिर शासकीय विद्यालय को यह बड़ी उपलब्धि हासिल हो सकी। गौरतलब है कि चिन्हित सभी सस्थानों का ऑडिट करने भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की टीम भी आई हुई थी। बारीकी से निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के दौरान स्टार स्टार रेङ्क्षटंग देनी थी। ऑडिट करने आई टीम द्वारा मौजूद तमाम व्यवस्थाओं पर गंभीरता से विचार किया गया। निर्धारित तमाम मानकों का पालन उक्त विद्यालय प्रबंधन द्वारा करवाया गया जिससे यह बड़ी उपलब्धि हासिल हो सकी।
इतने संस्थान हुए थे चिंहित
बता दें कि जिले के कुल 11 संस्थानों को ईट राइट कैंपस के लिए चिन्हित किया गया था। इसके लिए इन सभी संस्थानों में संचालित कैंटीन में मानकों के अनुसार खाद्य विभाग के अधिकारियों द्वारा तैयारियां भी करवाई गई थीं। इसके लिए जिन 11 संस्थानों को चिन्हित किया गया था उनमें से जिले का जीएमएच, जिला अस्पताल,आजाद वेटनरी कॉलेज, शारदा गल्सर््ा हॉस्टल, शासकीय श्रवण एवं मूकबधिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं छात्रावास, शहर के तोपखाना स्थित नेत्रहीन एवं विकलांग महाविद्यालय, रघु ब्वायज हॉस्टल फूड क्रॉफ्ट इंस्टीट्यूट, नंदिनी गल्र्स हॉस्टल फूड क्रॉफ्ट इंस्टीट्यूट, निर्मला ज्योति महिला मंडल सेंट्रल किचन, अन्नपूर्णा मेस जेपी नगर विंध्या हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर के नाम शामिल रहे।
अंकों ने तय की रेटिंग
गौरतलब है कि दिल्ली से आई टीम द्वारा जिन संस्थानों में भारतीय खाद्य सुरक्षा के मानकों को पूरा होना पाया गया उन्हें अंक देकर स्टार रेटिंग की जानी थी। पूर्णांक 100 अंकों का था। इसमें जिन संस्थानों ने मानकों का पालन किया, ऑडिट टीम द्वारा उन्हें गुणवत्ता के आधार पर अंक देकर स्टार रेङ्क्षटंग दी गई। निर्धारित 100 अंकों में से 65 से 75 अंक पाने वाले संस्थान को 3 स्टार, 75-85 अंक पाने पर 4 स्टार तथा 85 से अधिक अंक पाने पर 5 स्टार रेटिंग दिया जाना था।
इन संस्थानों को मिली उपलब्धि
बता दें कि जिले के 7 संस्थानो को ईट राइट कैंपस के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक का प्रमाण पत्र जारी किया गया है। दिल्ली से आई निरीक्षण टीम द्वारा 11 संस्थानों का निरीक्षण किया गया था जिनमें से केवल 7 संस्थानों में ही मानकों को पूरा किया जाना पाया गया था। इसी आधार पर उन्हें अंक देकर स्टार रेटिंग प्रदान किया गया। फाइव स्टार रेटिंग हासिल करने में जिले भर में जेपी सीमेंट संस्थान को सफलता मिली। वहीं श्यामशाह मेडिकल कॉलेज अंतर्गत संचालित कैंटीन, जिला अस्पताल और फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट को फोर स्टार रेटिंग प्राप्त हुई। इसी प्रकार विंध्या नर्सिंग होम एण्ड रिसर्च सेंटर तथा नेत्रहीन एवं विकलांग महाविद्यालय को थ्री स्टार रेटिंग हासिल हुई।
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