रीवा। यूपी एसटीएफ व महाराष्ट्र पुलिस ने गुरुवार को डेढ़ साल से फरार आरोपियों को वाराणसी के सारनाथ क्षेत्र से धर दबोचा। यह दोनो आरोपी मुंबई में 3 लाख रुपए लेकर हत्या के प्रयास के मामले में डेढ़ साल से फरार थे। इनमें एक मुख्य आरोपी रीवा का रहने वाला है। जिसे पुलिस बीते डेढ़ साल से तलाश कर रही थी और अब उसे पकड़ लिया गया है। आरोपी रीवा के हनुमान चौक का रहने वाला राजकुमार उर्फ लाला कुशवाहा है। इसके अलावा इसके एक अन्य साथी जौनपुर जिले के गौराबादशाहपुर क्षेत्र के पिसारी निवासी धीरज यादव को भी पकड़ा गया है। यह दोनो घटना को अंजाम देने के बाद से फरार थे।
रीवा के रहने वाले आरोपी राजकुमार ने अपना अस्थायी ठिकाना मुंबई में भी बना रखा था। दोनों बदमाशों को मारा भाइंदर वसई विरार की क्राइम ब्रांच ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले गई है।
मीडिया सूत्रों की माने तो वाराणसी इकाई के एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष 2016 में मुंबई में अवैध वसूली करने वाले बबुआ उर्फ चंद्रशेखर गुप्ता के भाई की हत्या हो गई थी। चंद्रशेखर को लगा कि उसके भाई की हत्या बलराम गुप्ता ने कराई है। बबुआ उर्फ चंद्रशेखर ने बलराम गुप्ता से अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिये राजकुमार उर्फ लाला कुशवाहा को 3 लाख रुपए दिए। इसके बाद राजकुमार उर्फ लाला कुशवाहा ने अपने साथियों के साथ मिलकर 14 फरवरी 2021 को मुंबई के मोरेगांव में बलराम गुप्ता और उसके साथ मौजूद राजकुमार गुप्ता पर फायरिंग करते हुए नारियल काटने वाले धारदार हथियार से भी हमला किया था। दोनों को मृत समझ कर बदमाश मौके से भाग निकले थे और तक से फरार थे जो अब पुलिस की गिरफ्त में हैं।
०००००००००००