सतना/रीवा। प्रदेश भर में अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है, आलम यह है कि अब तो इन पर काबू करने वाली पुलिस ही अपराधियों की गिरफ्त में है। रीवा के जेबकतरों की गंैग ने सतना में लूट की बारदात को अंजाम दे डाला। सतना के हेड कॉन्स्टेबल को लिफ्ट देने के बहाने लूट का शिकार बना लिया, हालांकि पुलिस ने सख्त कार्यवाही करते हुए इस गैंग को धर दबोचा। पुलिस ने इस गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से वारदात में प्रयोग की गई कार भी बरामद कर ली है। एसपी सतना धर्मवीर सिंह ने गुरुवार की शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हेड कांस्टेबल बहोरीलाल को लिफ्ट देने के बहाने लूटने वाले चार शातिर बदमाशों को रीवा में दबिश देकर सतना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में राजेश वर्मा उर्फ कुशवाहा पिता लाल बहादुर 36 वर्ष निवासी बड़ी दरगाह के पास रीवा, राजेश कुशवाहा पिता वंश सिंह कुशवाहा निवासी अर्जुन नगर अमहिया रीवा, बृजेश मिश्रा पिता वाल्मीकि मिश्रा निवासी अमहिया रीवा और अजहरुद्दीन पिता इदरीश निवासी कब्रिस्तान के पास अमहिया रीवा शामिल हैं। इनके कब्जे से लाल रंग की एक कार नंबर एमपी 17 सीए 9330 भी बरामद की गई है। पुलिस की इस बड़ी सफलता में सतना पुलिस की साइबर सेल की मेहनत रंग लाई है। जिस गाड़ी से इन्होंने लूट की थी, उसका पीछा साइबर सेल की टीम ने रीवा तक किया और अपराधियों तक भी पहुंची। एसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी हार्ड कोर जेबकतरे हैं और सुनियोजित ढंग से वारदात को अंजाम देते हैं। ये कभी कार और कभी ऑटो किराए पर लेते रहे हैं और उनमें बैठने वाली सवारियों की जेब काटने और उनका सामान चोरी करने की वारदात को अंजाम देते रहे हैं। इनकी सक्रियता सतना के अलावा मैहर में भी रही है। इन आरोपियों में से राजेश कुशवाहा पुराना अपराधी है और उसके खिलाफ आधा दर्जन से अधिक मामले भी दर्ज हैं। वह पूर्व में शिक्षिका निर्मला तिवारी के यहां ड्राइवर की नौकरी करता था। उसने हेड कॉन्स्टेबल के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए उनसे ही चाकघाट के लिए बुकिंग के बहाने गाड़ी ली और सतना आकर हेड कॉन्स्टेबल को लूट लिया। आरोपियों से अन्य घटनाओं के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है।
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