रीवा। अस्पतालों की व्यवस्था अब पूरी तरह से एमबीबीएस डाक्टरों के भरोसे होती जा रही है, विशेषज्ञ व पीएमएमओ अस्पताल में मरीज देखने की जगह व प्रशासकीय व प्रशासनिक पदों का प्रभार लिए बैठे हैं और मरीजों को परेशानी हो रही है। जिला अस्पताल सहित ग्रामीण अंचल के केन्द्रों में विशेषज्ञ व पीजीएमओ की कमी से परेशानी हो रही है, यह परेशानी अकेले रीवा जिले में नहीं बल्कि संभाग के सभी जिलो सहित प्रदेश के सभी जिलो में हो रही है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी किए है। इस आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि प्रदेश में पदस्थ विशेषज्ञ, प्रभारी विशेषज्ञ व पीजी चिकित्सा अधिकारियों से चिकित्सकीय कार्य नहीं लिया जा रहा है, बल्कि वह प्रशासकीय व प्रशासनिक पदो सहित कार्यालीन कार्य में लगे हुए हैं, जिससे मरीजों को वह नहीं देखते। ऐसे अधिकारियों को तत्काल पद से सीएमएचओ व सिविल सर्जन मुक्त करें व उनसे चिकित्सीय कार्य लेवे। उन्हेंं तत्काल सभी प्रभारों से मुक्त किया जाए। बता दें कि शासन के इस आदेश के बाद जिले में ऐसे पदो की जिम्मेदारी संभाल रहे अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
आदेश में यह कहा गया…
जारी आदेश में आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं सुदामा पी खाडे ने कहा है कि सीएमएचओ सहित सिविल सर्जन के अधीन कार्यलय में जिला स्वास्थ्य अधिकारी-1-2-3 , जिला कुष्ठ अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी तथा राष्ट्रीय कार्यक्रम आदि के प्रभार में पदस्थ समस्त विशेषज्ञ, प्रभारी विशेषज्ञ, पीजी चिकित्सा अधिकारी को समस्त प्रभारों से मुक्त कर तत्काल चिकित्सीय कार्य निवर्हन करने हेतु आदेशित करें।
अब इनको मिलेगी जिम्मेदारी
वहीं आदेश में सीएमचओ व सिविल सर्जन को आदेशित किया गया है कि जिला स्वास्थ्य अधिकारी-1-2-3, जिला कुष्ठ अधिकारी, मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी, आदि का प्रभार प्राथमिकता पर ऐसे नियमित चिकित्सा अधिकारियों को सौंप जाए जो एमडीपीएसएम य पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट में आर्हताधारी हो, इनके उपलब्ध नहीं होने पर अन्य नियमित चिक्तिसा अधिकारी नॉन पीजीएमओ को वरियता अनुसार प्रभार सौंपा जाए।
आदेश का पालन बड़ी चुनौती
हालांकि इस प्रकार के कई आदेश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मिलने के बाद उनके द्वारा रद्दी टोकरी में डाल दिया गया है, कई ऐसे पदो के प्रभार नियमानुसार नहीं है और इनको लेकर सिकवा-शिकायत भी लगातार होती रहती है लेकिन अधिकारी मनमानी ही करते हैं। जिससे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि अधिकारी क्या इस आदेश का पालन करा पाएंगे। हालांकि अधिकारी तत्काल इन आदेशो का पालन कराने की बात कह रहे हैं।
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वर्जन
शासन से आदेश प्राप्त हुए हैं, आदेशानुसार ही आगे की कार्यवाही की जाएगी। जिले के ऐसे अधिकारियों को तत्काल मुक्त किया जाएगा।
डॉ.एनएन मिश्रा, सीएमएचओ रीवा।
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शासन ने पीजीएमओ व विशेषज्ञों से प्रभार लेकर उन्हें चिकित्सीय कार्य में संलग्र करने के लिए आदेशित किया है। वह अब अस्पताल में मरीज देखेंगे, इससे मरीजों को लाभ होगा।
डॉ.केपी गुप्ता, सिविल सर्जन जिला अस्पताल।
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