रीवा। जिले सहित अन्य मेडिकल छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है। इस वर्ष से जिला अस्पताल रीवा में भी पीजी कोर्स में डिप्लोमा शुरु किया जा रहा है। इसके लिए केन्द्र से स्वीकृति मिल गई हैं। अब टीम के निरीक्षण पर सीटों का निर्धारण किया जाना है। फिलहाल यह व्यवस्था जिला अस्पताल के गायनी और पीडियाट्रिक्स विभाग में शुरु करने की तैयारी है। मतलब साफ है कि अब एमबीबीएस करने के बाद छात्र मेडिकल कॉलेज की तरह जिला अस्पताल में भी दाखिला लेकर पीजी में डिप्लोमा कर सकेंगे। जानकारी के मुताबिक प्रदेश सरकार द्वारा चिकित्सकों की कमी को दूर करने जिला अस्पतालों में पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरु करने के लिए निर्देशित किया गया था, कुछ जिला अस्पताल में कोर्स शुरु भी कर दिए गए। जिला अस्पताल रीवा से भी कोर्स शुरु करने के लिए प्रस्ताव केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय दिल्ली को भेजा गया था, जहां से इसके लिए स्वीकृति मिल गई है। इसके लिए आवश्यक फीस भी दोनों विभागों के लिए करीब 4.50 लाख रुपए अस्पताल प्रबंधन द्वारा जमा कर दी गई है।
दो-दो सीटों का होगा संचालन
फिलहाल जिला अस्पताल ने जो प्रस्ताव तैयार किया था, उसके अनुसार दो सीटें पीजी डिप्लोमा कोर्स के लिए गायनी विभाग व दो सीट पीडियाट्रिक्स के लिए हैं। हालांकि इंदौर के चोइथराम हास्पिटल से टीम निरीक्षण करने 8 जून को आने वाली है, इसके बाद कितनी सीट पर कोर्स शुरु होगा यह तय हो सकेगा। बता दें कि इन विभागों में कोर्स शुरु होने के बाद नेत्र व एनेसथिसिया में कोर्स शुरु करने का प्रस्ताव जिला अस्पताल भेजेगा।
अस्पताल के डॉक्टर पढ़ाएंगे
अस्पताल प्रबंधन की मानें तो पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरु होने के बाद एमबीबीएस डॉक्टर का अध्ययन और प्रशिक्षण अस्पताल में ही होगा। अस्पताल में संबधित विधा के विशेषज्ञ डॉक्टर ही पीजी के छात्र-छात्राओं को पढ़ाएंगे। पाठ्यक्रम के दौरान पीजी छात्र मरीजों का उपचार भी करेंगे। ये उनके प्रशिक्षण का हिस्सा होगा। जिला अस्पताल मेंं इन कोर्स के शुरु होने के बाद चिकित्सकों की कमी भी दूर होगी।
डीएनबी के अंतर्गत होंगे कोर्स
प्रदेश में विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला अस्पतालों में पीजी पाठ्यक्रमों के संचालन को लेकर डीएनबी से मदद ली जा रही है। कोरोना काल में जिला अस्पताल में बुनियादी के साथ आधुनिक संसाधनों को जुटाए जाने से व्यवस्था बेहतर हुई है। इससे पीजी कोर्स की राह खुली है। जानकारी के मुताबिक यह कोर्स डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त शैक्षणिक निकाय है जिसके तहत अंतर्गत शुरु होंगे।
सतना में है संचालित
रीवा संभाग की बात करें तो यह व्यवस्था फिलहाल सतना के जिला अस्पताल में हैं। यहां पीडियाट्रिक्स विभाग की दो सीटों में कोर्स कराया जा रहा है। अब यह सुविधा रीवा में शुुरु होगी। रीवा जिला अस्पताल में भी सीटें निर्धारित होने के बाद फीस सहित प्रवेश प्रक्रिया का निर्धारण होगा। अस्पताल प्रबंधन का प्रयास है कि इसी वर्ष से ये सभी प्रक्रियाएं शुरु हो जाएं, ताकि छात्रों को इसका लाभ मिल सके।
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जिला अस्पताल के गायनी व पीडियाट्रिक्स विभाग में पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरु करने प्रस्ताव दिल्ली भेजा गया था, स्वीकृति मिल गई है। इससे संबंधित फीस भी जमा हो गई है। निरीक्षण करने इंदौर से टीम 8 जून को आएगी, जिसके बाद सीटों का निर्धारण होगा। इसी वर्ष से कोर्स शुरु करने का प्रयास किया जा रहा है। कोर्स शुरु होने पर यहीं के विशेषज्ञ छात्रों को पढ़ाएंगे। दो और विभागों में अनुमति के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
डॉ. केपी गुप्ता, सिविल सर्जन जिला अस्पताल
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