रीवा। दुष्कर्मी महंत सीताराम के गिरफ्तारी के बाद प्रशासन और पुलिस की बड़ी कार्रवाई सामने आ रही है। महंत सीताराम के घर को प्रशासन व पुलिस की टीम ने जमींदोज कर दिया है और ठीक उसके कुछ घण्टो बाद महंत को अपनी मुहबोली बहन को परोसने वाले दादा विनोद पांडेय के घर पर भी बुलडोजर चलाया गया है। बताया गया कि उसके नईगढ़ी थाना क्षेत्र के ग्राम अकौरी स्थित आवास को जमीदोज कर दिया गया। उसके दो मकान थे, एक उसके द्वारा अतिक्रमण कर बनाया गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विनोद पांडेय दुष्कर्म पीड़िता का मुंहबोला भाई बना हुआ था और वह उसे दादा कह कर बुलाती थी और वह भी उसे बहन ही कहता था। लेकिन इस तरह की वारदात सामने आने के बाद लोंगो के मञ में कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
इस बात को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भरे मंच से कार्रवाई के निर्देश दिए थे, जिसके बाद यह कार्रवाई महज 24 घंटे के भीतर पुलिस ने की है। कलेक्टर मनोज पुष्प, एसपी नवनीत भसीन के निर्देश पर गुढ़ में महंत और अकौरी में हिस्ट्रीशीटर का घर ढहाया गया। आपको बता दें कि आरोपी महंत के गुढ़ क्षेत्र के गुढ़वा ग्राम में स्थित पक्के मकान को प्रसासन ने गिरा दिया है। समर्थ त्रिपाठी बीते दिनों राजनिवास के कमरा न. 4 में नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म का मुख्य आरोपी है। जिसे कल सिंगरौली से गिरफ्तार किया था और प्रशासन ने उस पर कार्यवाही करते हुए उसके मकान को जमींदोज कर दिया। अब देखना यह है कि क्या इसी प्रकार अन्य आरोपियों के मकानों पर भी प्रशासन का बुलडोजर चलेगा या फिर यह कार्यवाही सिर्फ दुष्कर्मी महंत तक ही सीमित रहती है। क्योंकि इस अपराध में चारो आरोपी बराबर के हिस्सेदार हैं और इसलिए अब देखना यह है कि क्या इन पर कार्यवाही भी समान रूप से की जाएगी।