सभी ताजा खबरें पढ़ने के लिए कृपया जरूर जुड़े🙏
Join Now
रीवा की खबरे…
मेडिकल कालेज में अधिष्ठाता ने किया हिन्दी विमर्श संगोष्ठी का शुभारंभ
रीवा। शासन द्वारा मेडिकल कालेज में हिन्दी माध्यम से पढ़ाई की सुविधा दी जा रही है। इसके लिए तैयार की गई पाठ्य पुस्तकों का केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 16 अक्टूबर को भोपाल में आयोजित समारोह में विमोचन करेंगे। इस संबंध में जिले भर में विचार संगोष्ठी आयोजित कर मेडिकल की पढ़ाई की सुविधा हिंदी में मिलने के संबंध में लोगों को जागरूक किया गया। इस क्रम में श्यामशाह मेडिकल कालेज रीवा के ऑडिटोरियम में हिंदी विमर्श संगोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य अतिथि अधिष्ठाता डॉ. देवेश सारस्वत ने संगोष्ठी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर डॉ. सारस्वत ने कहा कि सरकार ने हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई की सुविधा देकर ऐतिहासिक कदम उठाया है। वर्षों से मेडिकल छात्रों द्वारा की जा रही हिंदी में पढ़ाई की मांग आज पूरी हुई है। इससे हिंदी माध्यम से शिक्षा प्राप्त करके मेडिकल कालेज में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने में आसानी होगी। संगोष्ठी में विभागाध्यक्ष डॉ मेघना मिश्रा ने कहा कि आज का दिन हिंदी के लिए गौरव का दिवस है। मेडिकल की पढ़ाई की सुविधा हिंदी में प्राप्त होना सराहनीय कदम है। आज हमने हिंदी को अपनाकर वर्षों की अंग्रेजियत की मानसिकता से मुक्ति पाई है। कार्यक्रम में डॉ अरूणा सिंह तथा डॉ कपिला गायकवाड़ ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में डॉ नीरा मराठे ने कहा कि मेडिकल शिक्षा की पाठय पुस्तकें हिंदी में तैयार करने में कठिन परिश्रम किया गया। कड़ी मेहनत के बाद पाठ्यपुस्तकें तैयार हुई हैं। हिन्दी माध्यम से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह बहुत उपयोगी साबित होंगी। संगोष्ठी का संचालन डॉ अम्बरीश मिश्रा तथा डॉ भास्कर रेड्डी ने किया। संगोष्ठी में बड़ी संख्या में मेडिकल कालेज के विद्यार्थी शामिल रहे।
——————
हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई विषय पर जिले भर में आयोजित हुई संगोष्ठियाँ
रीवा। प्रदेश में 16 अक्टूबर को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई के लिए तैयार पाठॠ पुस्तकों का विमोचन किया. इस कार्यक्रम से प्रदेश के विद्यार्थियों को जोडऩे के लिए जिले भर की शिक्षण संस्थाओं में संगोष्ठियाँ आयोजित की गर्इं। कालेज तथा स्कूलों में मेडिकल कालेज में हिंदी से पढ़ाई के महत्व पर प्रकाश डाला गया। ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में डॉ संजय शंकर मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश मेडिकल की शिक्षा हिंदी में उपलब्ध कराने वाला देश का प्रथम और एक मात्र राज्य है। सरकार ने हिंदी में यह सुविधा देकर बहुत सराहनीय कदम उठाया है। हिंदी माध्यम से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को प्राय: कमतर आंका जाता है। इन विद्यार्थियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। भाषा की बाधा के कारण कई प्रतिभाशाली विद्यार्थी अपनी प्रतिभा के अनुरूप सफलता नहीं प्राप्त कर पाते। मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में होने पर अनेक विद्यार्थी सरलता से मेडिकल की पढ़ाई कर सकेंगे। हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई विषय पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोरांव तथा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मनगवां में भी संगोष्ठी आयोजित की गई। उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़ी हर्दी में आयोजित बाल सभा में विद्यार्थियों को हिंदी भाषा के महत्व तथा हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। शासकीय हाई स्कूल देवतालाब तथा सीएम राइज स्कूल देवतालाब में भी इस संबंध में कार्यक्रम आयोजित किया गया। शासकीय कन्या हाई स्कूल नईगढ़ी तथा हाई स्कूल बैकुण्ठपुर में आयोजित बालसभाओं में विद्यार्थियों को मेडिकल की पढ़ाई की सुविधा हिंदी में प्राप्त होने के विषय पर विस्तार से जानकारी दी गई। इस संबंध में जिले की सभी शिक्षण संस्थाओं में कार्यक्रम आयोजित किए गए।
रीवा। शासन द्वारा मेडिकल कालेज में हिन्दी माध्यम से पढ़ाई की सुविधा दी जा रही है। इसके लिए तैयार की गई पाठ्य पुस्तकों का केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 16 अक्टूबर को भोपाल में आयोजित समारोह में विमोचन करेंगे। इस संबंध में जिले भर में विचार संगोष्ठी आयोजित कर मेडिकल की पढ़ाई की सुविधा हिंदी में मिलने के संबंध में लोगों को जागरूक किया गया। इस क्रम में श्यामशाह मेडिकल कालेज रीवा के ऑडिटोरियम में हिंदी विमर्श संगोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य अतिथि अधिष्ठाता डॉ. देवेश सारस्वत ने संगोष्ठी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर डॉ. सारस्वत ने कहा कि सरकार ने हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई की सुविधा देकर ऐतिहासिक कदम उठाया है। वर्षों से मेडिकल छात्रों द्वारा की जा रही हिंदी में पढ़ाई की मांग आज पूरी हुई है। इससे हिंदी माध्यम से शिक्षा प्राप्त करके मेडिकल कालेज में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने में आसानी होगी। संगोष्ठी में विभागाध्यक्ष डॉ मेघना मिश्रा ने कहा कि आज का दिन हिंदी के लिए गौरव का दिवस है। मेडिकल की पढ़ाई की सुविधा हिंदी में प्राप्त होना सराहनीय कदम है। आज हमने हिंदी को अपनाकर वर्षों की अंग्रेजियत की मानसिकता से मुक्ति पाई है। कार्यक्रम में डॉ अरूणा सिंह तथा डॉ कपिला गायकवाड़ ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में डॉ नीरा मराठे ने कहा कि मेडिकल शिक्षा की पाठय पुस्तकें हिंदी में तैयार करने में कठिन परिश्रम किया गया। कड़ी मेहनत के बाद पाठ्यपुस्तकें तैयार हुई हैं। हिन्दी माध्यम से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह बहुत उपयोगी साबित होंगी। संगोष्ठी का संचालन डॉ अम्बरीश मिश्रा तथा डॉ भास्कर रेड्डी ने किया। संगोष्ठी में बड़ी संख्या में मेडिकल कालेज के विद्यार्थी शामिल रहे।
——————
हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई विषय पर जिले भर में आयोजित हुई संगोष्ठियाँ
रीवा। प्रदेश में 16 अक्टूबर को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई के लिए तैयार पाठॠ पुस्तकों का विमोचन किया. इस कार्यक्रम से प्रदेश के विद्यार्थियों को जोडऩे के लिए जिले भर की शिक्षण संस्थाओं में संगोष्ठियाँ आयोजित की गर्इं। कालेज तथा स्कूलों में मेडिकल कालेज में हिंदी से पढ़ाई के महत्व पर प्रकाश डाला गया। ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में डॉ संजय शंकर मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश मेडिकल की शिक्षा हिंदी में उपलब्ध कराने वाला देश का प्रथम और एक मात्र राज्य है। सरकार ने हिंदी में यह सुविधा देकर बहुत सराहनीय कदम उठाया है। हिंदी माध्यम से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को प्राय: कमतर आंका जाता है। इन विद्यार्थियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। भाषा की बाधा के कारण कई प्रतिभाशाली विद्यार्थी अपनी प्रतिभा के अनुरूप सफलता नहीं प्राप्त कर पाते। मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में होने पर अनेक विद्यार्थी सरलता से मेडिकल की पढ़ाई कर सकेंगे। हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई विषय पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोरांव तथा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मनगवां में भी संगोष्ठी आयोजित की गई। उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़ी हर्दी में आयोजित बाल सभा में विद्यार्थियों को हिंदी भाषा के महत्व तथा हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। शासकीय हाई स्कूल देवतालाब तथा सीएम राइज स्कूल देवतालाब में भी इस संबंध में कार्यक्रम आयोजित किया गया। शासकीय कन्या हाई स्कूल नईगढ़ी तथा हाई स्कूल बैकुण्ठपुर में आयोजित बालसभाओं में विद्यार्थियों को मेडिकल की पढ़ाई की सुविधा हिंदी में प्राप्त होने के विषय पर विस्तार से जानकारी दी गई। इस संबंध में जिले की सभी शिक्षण संस्थाओं में कार्यक्रम आयोजित किए गए।
00000000